सरकार ने काली सूची में डाले गए विदेशी सिखों को भारत आने की अनुमति दी

नई दिल्ली, 13 सितम्बर (आईएएनएस)| भारत सरकार ने सिख समुदाय से काली सूची में डाले गए 314 विदेशी नागरिकों की प्रतिकूल सूची की समीक्षा की है और इसे घटाकर सिर्फ दो कर दिया गया है। सरकार के इस निर्णय से परिवारों का आपसी मिलन संभव हो सकता है। इसके परिणामस्वरूप इस तरह के सिख विदेशी नागरिक, भारत में अपने परिवारों से मिलने के लिए वीजा सेवाओं का लाभ उठा सकते हैं।

सरकार की ओर से जारी एक बयान में कहा गया है, “यह समीक्षा एक सतत प्रक्रिया है और नियमित कार्य का हिस्सा है। इस तरह की समीक्षा से सिख विदेशी नागरिकों को भारत आने का अवसर मिलेगा और वे अपने परिवार के सदस्यों व अपनी जड़ों से जुड़ेंगे।”

1980 में पंजाब मे उग्रवाद के दौरान बहुत से सिख भारतीय नागरिक प्रशासन से बचने के लिए भारत से भाग गए थे। उस उथल-पुथल भरे सालों के दौरान बहुत से लोग विदेशी नागरिक हो गए या भारत के बाहर शरण ले लिए।

भारत सरकार ने उन्हें 2016 तक प्रतिकूल सूची में रखा। इसके तहत वे भारत आने के लिए वीजा सेवा प्राप्त करने के अयोग्य हो गए थे।

सरकार ने एक बयान में कहा, “शरणार्थियों व उनके परिवार के सदस्यों को कांसुलर/वीजा सेवाएं देने में एक प्रमुख मुद्दा भारतीय मिशनों द्वारा स्थानीय प्रतिकूल सूची बनाए रखना था। इस कार्य को बंद कर दिया गया है।”

विदेशों में सभी भारतीय मिशनों को भी सलाह दी गई है कि हर श्रेणी के शरणार्थियों और परिवार के सदस्यों को उचित वीजा दिया जाए, जिनके नाम केंद्रीय प्रतिकूल सूची में नहीं है। इसे उस राष्ट्रीयता के आवेदकों की अन्य श्रेणियों के लिए अपनाई जाने वाली प्रक्रिया के अनुरूप किया जाएगा।