सागर में लापरवाही और भ्रष्टाचार के मामले में 16 ग्राम पंचायत सचिव निलंबित

सागर, 5 अगस्त (आईएएनएस)। मध्य प्रदेश के सागर जिले के ग्रामीण इलाकों में कामकाज में लापरवाही और भ्रष्टाचार के मामले सामने आने पर 16 पंचायत सचिवों को निलंबित कर दिया गया है ।

आधिकारिक तौर पर दी गई जानकारी में बताया गया है कि मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत डॉ. इच्छित गढ़पाले ने कार्यो में लापरवाही एवं वित्तीय अनियमितता पाये जाने पर 16 सचिवों को निलंबित किया। इसके साथ ही दो सचिवों पर एफआईआर दर्ज कराने के निर्देश भी सीईओ जनपद पचायतों को दिए। वहीं सात सचिवों पर वसूली की जाएगी।

सीईओ जिला पंचायत द्वारा यह करवाई जनपद पंचायतों के मुख्य कार्यपालन अधिकारियों से प्राप्त प्रस्तावों के आधार पर की गई है। ग्राम पंचायत किल्लाई में राशि निकालने के बाद भी कार्य न कराये जाने के कारण मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत जैसीनगर को संबंधितों के विरूद्ध प्राथमिकी (एफआईआर) दर्ज करने हेतु निर्देशित किया गया।

अनियमितता पाए जाने पर झेजटखेडा के सचिव राधेश्याम गोस्वामी, पाटन के सुरेन्द्र सिंह , बमनोद के हरिशचंद्र चढार, बीना के राजकुमार यादव, सागोनी के वीरेन्द्र लोधी, जैसीनगर के बालहरी विश्वकर्मा, सीपुरखास के हरदास यादव, खामखेड़ा के चमनलाल अहिरवार , सरखड़ी के कालूराम चडार , सेमराहाट के प्रमोद साहू, किल्लाई के ब्रजेन्द्र सिंह, रिछाई के प्रियांशु तिवारी, शामिल हैं।

वहीं बालहरी विश्वकर्मा, कालूराम चडार पर एफ आई आर दर्ज की गई है।

इसके अलावा भिलैया के सचिव यशपाल जैन , गौरझामर के परमलाल लोधी , हनोता के देवी सींग , बरोदिया कंजिया के अनिरूद्व तिवारी, शिवकुमार तिवारी, तुलसीराम पटेल से वसूली की जाएगी।

बताया गया है कि पंचायतों में गड़बड़ियों की शिकायतें लंबे अरसे से आ रही थी। ग्रामीण सचिवों के क्रियाकलापों से परेशान थे। इतना ही नहीं शासन से विकास कार्यों के लिए आने वाली राशि का उपयोग बेहतर तरीके से नहीं हो रहा था और भ्रष्टाचार की शिकायतें भी आ रही थी। उसी के चलते जनपद पंचायतों के मुख्य कार्यपालन अधिकारियों ने प्रतिवेदन भेजे जिसके आधार पर निलंबन, थाने में रिपेार्ट दर्ज कराने और उनसे वसूली के आदेश दिए गए है।

–आईएएनएस

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