सिनेमा एक भरोसे की दुनिया : सुपरस्टार मोहनलाल

तिरुवनंतपुरम, 1 फरवरी (आईएएनएस)| वार्षिक साहित्यिक समारोह मातृभूमि अंतर्राष्ट्रीय उत्सव पत्र में शुक्रवार को एक विशेष सत्र के दौरान सुपरस्टार मोहनलाल ने एक कलाकार के तौर पर लगभग चार दशक के अपने इस लंबे करियर में 10 फिल्मों में अपने निभाए गए किरदारों के बारे में बात की और इस बात को स्वीकारा कि “सिनेमा एक भरोसे की दुनिया रही है।” यहां बड़ी संख्या में मौजूद दर्शकों के सामने मोहनलाल ने अपनी 10 चुनिंदा फिल्मों के किरदारों का वर्णन किया।

जिन फिल्मों के बारे में चर्चा की गई, उनमें ‘टी.पी.बालगोपालन एमए’, ‘राजाविंते मकान’, ‘किरीदम’, ‘किलीकोम’, ‘थाज्ह्वारम’, ‘स्पादिकम’ और ‘सद्यम’ जैसी और भी कुछ फिल्में थीं।

इन फिल्मों के उनके किरदार ने उन्हें एक सुपरस्टार का दर्जा दिलाया और जैसे-जैसे इनके नामों की घोषणा होने लगी, पूरा समारोह स्थल तालियों की गड़गड़ाहट से गूंज उठा।

59 वर्षीय इस अभिनेता ने कहा, “सिनेमा विश्वास दिलाने का काम करता है। जब किसी फिल्म की शूटिंग शुरू होती है, तो उसके कुछ दिनों बाद मैं स्वाभाविक रूप से किरदार में घुस जाता हूं और आगे बढ़ता जाता हूं।”

उन्होंने आगे कहा, “मुझे हमेशा से अपने निर्देशक पर पूरा भरोसा रहा है। इसके बाद मेरे सह-कलाकार, सिनेमैटोग्राफर और पटकथा लेखक मेरे लिए अहमियत रखते हैं। फिल्म की कहानी ही इसका बैकबोन है।”