सुपर कप 2019-20 सीजन का पहला टूर्नामेंट हो सकता है

 नई दिल्ली, 17 अप्रैल (आईएएनएस)| भुवनेश्वर में हाल में समाप्त हुए सुपर कप में कई आई-लीग क्लब के न होने से टूर्नामेंट की चमक फीकी हुई, लेकिन नए सीजन (2019-2020) में इसे सबसे पहले सितंबर-अक्टूबर में आयोजित किया जा सकता है।

 पिछले महीने हुई इंडियन सुपर लीग (आईएसएल) की आम परिषद की बैठक में विभिन्न टीमों को अगले सीजन का कैलेंडर सौंपा गया जिसमें सुपर कप को सबसे पहले आयोजित कराए जाने के संकते थे।

आई-लीग के किसी भी क्लब को आधिकारिक तौर पर अभी तक इस बारे में नहीं बताया गया है।

सुपर कप का पहला संस्करण 2018 में खेला गया था। यह एक नॉकाआउट टूर्नामेंट है जिसमें आई-लीग और आईएसएल की टीमें खेलती हैं। टीमों का चयन सीजन लीग के अंत में मौजूदा अंकतालिका के आधार पर किया जाता है।

अखिल भारतीय फुटबाल महासंघ (एआईएफएफ) के एक अधिकारी ने कहा, “उन्होंने (आईएसएल ने) एक अस्थायी कैलेंडर बनाया है। इसे फाइनल रोस्टर की तरह नहीं लिया जा सकता है।”

आई-लीग क्लबों ने पहले ही सुपर कप एक व्यर्थ टूर्नामेंट बताया है जो कोई पुरस्कार राशि प्रदान नहीं करता है। एएफसी कप और एशियन चैंपियन्स लीग में भी दो स्थानों के लिए क्रमश: आईएसएल और आई-लीग की विजेता टीमों को चुना जाता है।

सुपर कप के सीजन का पहला टूर्नामेंट होने पर एक आई-लीग क्लब अधिकारी ने हैरानी जाहिर की। अधिकारी ने कहा, “चूंकि आई-लीग क्लब सुपर कप में भी खेलते हैं, इसलिए उनके साथ चर्चा किए बिना तारीखों को कैसे तेजी से बदला जा सकता है? या वे आई-लीग क्लबों को सुपर कप का हिस्सा नहीं बनाना चाहते हैं।”

सितंबर और अक्टूबर में सुपर कप में खेलना आई-लीग क्लबों के लिए कठिनाई पैदा कर सकता है। खासकर, मोहन बागान और ईस्ट बंगाल के लिए क्योंकि यह टूर्नामेंट उनके स्थानीय कार्यक्रम से टकरा सकता है।