सैन्य अधिकारी ने पहली स्वदेशी 9 एमएम मशीन पिस्टल विकसित की

नागपुर, 16 जनवरी (आईएएनएस)। नागपुर के रहने वाले भारतीय सेना के अधिकारी लेफ्टिनेंट कर्नल प्रसाद बंसोड़ ने देश के पहले स्वदेशी 9 एमएम मशीन पिस्टल विकसित की है। एक अधिकारी ने शनिवार को यहां यह जानकारी दी।

इन्फैंट्री स्कूल, महू (मध्यप्रदेश), के साथ काम करते हुए, बंसोड़ (39) ने एआरडीई, पुणे की सहायता से रिकॉर्ड चार महीने में पिस्टल विकसित की।

गर्व और आत्म-सम्मान के प्रतीक असमी नाम के मशीन पिस्टल का खाली रहने पर वजन 2 किलोग्राम से कम रहता है और इसकी कीमत 50,000 रुपये से कम है।

अधिकारी ने बताया कि पारंपरिक पिस्तौल के विपरीत, जो एक समय में केवल एक राउंड फायर कर सकता है, असमी मशीन-मोड में भी एक शॉट में 33 राउंड का पूरा लोड फायर कर सकता है-लगभग एक मिनी-मशीन गन की तरह।

अधिकारी ने कहा, हथियार में सशस्त्र बलों में कमांडरों के निजी हथियार के रूप में, टैंक और विमान चालक दल, रेडियो-रडार ऑपरेटरों, सुरक्षाकर्मियों की अन्य श्रेणियों के लिए, वीवीआईपी सुरक्षा और पुलिसिंग कर्तव्यों के अलावा सिविल डोमेन में इस्तेमाल किए जाने को लेकर एक बड़ी क्षमता है।

–आईएएनएस

वीएवी/एसजीके