स्थायी समिति की रिक्त सीटों पर भाजपा के गावड़े व चिंचवड़े की नियुक्ति

पिंपरी। पुणे समाचार ऑनलाइन

स्थायी समिति अध्यक्ष पद के चुनाव से सत्ताधारी भाजपा में छिड़े सियासी घमासान में विधायक महेश लांडगे गुट के राहुल जाधव के बाद पुराने निष्ठावान गुट के शीतल उर्फ विजय शिंदे ने स्थायी समिति सदस्य पद से इस्तीफा दिया है। इन रिक्त पड़ी सीटों पर शुक्रवार को संपन्न हुई सर्वसाधारण सभा में भाजपा के राजेंद्र गावड़े और करुणा चिंचवडे की नियुक्ति की गई। सभागृह नेता एकनाथ पवार ने उनके नामों का लिफाफा महापौर नितिन कालजे को सौंपा, इसके अनुसार महापौर ने नए सदस्यों के नियुक्ति की घोषणा की। बहरहाल जहाँ राहुल जाधव का इस्तीफा महापौर पद की दिशा में बढ़ाया गया कदम बताया जा रहा है, वहीं  शिंदे के इस्तीफे ने महापौर पद की होड़ को तीव्र बना दिया है।

अपनी समर्थक ममता गायकवाड़ को मौका देकर विधायक व भाजपा शहराध्यक्ष लक्ष्मण जगताप ने स्थायी समिति अध्यक्ष पद लगातार दूसरे साल अपने कब्जे में रखा है। विधायक महेश लांडगे गुट के राहुल जाधव को मौका न मिलने से भाजपा में सियासी घमासान छिड़ा रहा। लांडगे गुट के महापौर नितिन कालजे समेत अन्य नगरसेवकों व पदाधिकारियों का इस्तीफों का दौर चला जोकि एक ड्रामा साबित हुआ और स्थायी समिति अध्यक्ष पद का चुनाव निर्विघ्न संपन्न हुआ। इस्तीफों के दौर में अध्यक्ष पद पर मौका न मिलने से पुराने निष्ठावान गुट के शीतल शिंदे ने भी स्थायी समिति सदस्य पद से इस्तीफा दिया। घमासान शांत होने के बाद दोनों के इस्तीफे मंजूर किये गए।

जाधव और शिंदे के इस्तीफों से स्थायी समिति सदस्य पद की रिक्त हुई सीटों के लिए सत्तादल के नगरसेवकों में भारी होड़ मची रही। स्थायी समिति में एंट्री पाने के लिए नगरसेवक आला नेताओं के घर- दफ्तर के चक्कर काटते रहे। हांलाकि आला नेताओं ने  राजेंद्र गावड़े और करुणा चिंचवडे इन दो सदस्यों के नामों पर अपनी पसंद की मुहर लगाई। आज सर्वसाधारण सभा में की स्थायी समिति सदस्य के तौर पर नियुक्ति की गई। भाजपा में मचे सियासी घमासान शांत करने के लिहाज से पार्टी के शहराध्यक्ष लक्ष्मण जगताप और विधायक महेश लांडगे के बीच एक ‘डील’ हुई, जिसमें स्थायी समिति अध्यक्ष पद जगताप के चिंचवड़ निर्वाचन क्षेत्र में जाने के बाद महापौर पद लांडगे के भोसरी निर्वाचन क्षेत्र में ही कायम रखना तय हुआ। इस कड़ी में राहुल जाधव का इस्तीफा महापौर पद के लिए ही दिए जाने की चर्चा है। वहीं शीतल शिंदे के इस्तीफे से महापौर पद की होड़ और तीव्र हो गई है, क्योंकि वे भी इस पद के लिए इच्छुक हैं। अब महापौर पद पिंपरी, चिंचवड़ या भोसरी किस विधानसभा क्षेत्र में जाएगा? इसकी उत्सुकता बढ़ गई है।