हार से सीखने को तैयार नहीं कांग्रेस : शिवराज

 भुवनेश्वर, 11 अगस्त (आईएएनएस)| भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेता और मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने रविवार को कहा कि कांग्रेस पार्टी लोकसभा चुनाव में मिली अपनी हार से कुछ भी सबक लेने को तैयार नहीं है और चाहती है कि राहुल गांधी और सोनिया गांधी अभी भी पार्टी का नेतृत्व करें।

 उन्होंने कहा कि लोगों ने पहले से ही हाल ही में हुए लोकसभा चुनावों में वंशवाद की राजनीति को नकार दिया है और यह अच्छा होता यदि कांग्रेस गांधी परिवार से बाहर का कोई नेता अपने नेतृत्व के लिए चुनती।

भाजपा नेता ने कहा, “कांग्रेस सीखने को तैयार नहीं है। यह देखना चौंकाने वाला है कि कांग्रेस वर्किं ग कमेटी (सीडब्ल्यूसी) अभी भी यह चाहत रखती है कि राहुल और सोनिया गांधी ही पार्टी का नेतृत्व करें।”

उन्होंने कहा कि कांग्रेस सिर्फ एक परिवार पर निर्भर है, जो पहले ही अपना करिश्मा खो चुका है।

गौरतलब है कि शनिवार को हुई कांग्रेस वर्किं ग कमेटी की बैठक के बाद सोनिया गांधी को एक बार फिर से कांग्रेस पार्टी को अंतरिम अध्यक्ष बना दिया गया है।

पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि कांग्रेस को चाहिए कि वह लोकतांत्रिक ढंग से एक नए नेता का चुनाव करे, नहीं तो कांग्रेस को कोई नहीं बचा सकता।

ओडिशा के वरिष्ठ कांग्रेस नेता सूरा राउतराय ने गांधी परिवार पर लगाए गए शिवराज सिंह चौहान के आरोपों पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि सोनिया गांधी के अंतरिम अध्यक्ष बनने के बाद से भाजपा घबरा गई है, इसलिए ऐसी बयानबाजी कर रही है।

ओडिशा पर बात करते हुए शिवराज ने कांग्रेस और बीजू जनता दल (बीजद) पर निशाना साधते हुए कहा कि राज्य के पिछड़ेपन के लिए ये दोनों पार्टियां ही जिम्मेदार हैं।

शिवराज ने कहा कि राज्य सरकार कालिया योजना के अंतर्गत धन का वितरण करने में नाकाम रही है।

उन्होंने कहा, “प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि (पीएम-किसान) के अंतर्गत सभी किसानों को छह हजार रुपये दिए जाएंगे, जो सीधे बैंक खातों में आएंगे। ऐसा क्यों है कि ओडिशा सरकार किसानों के नामों की सूची केंद्र सरकार को नहीं भेज रही है? यदि राज्य सरकार कालिया योजना के अंतर्गत किसानों को धन वितरित कर चुकी है, तो लाभार्थियों की सूची कहां है?”

आरोपों पर प्रतिक्रिया देते हुए बीजद विधायक शशि भूषण बेहरा ने कहा कि 15वें वित्त आयोग और कई अर्थशास्त्रियों ने ओडिशा सरकार की कालिया योजना की प्रशंसा की है।

उन्होंने कहा कि राज्य सरकार की आलोचना करना जनादेश का अपमान है।