एक साल में बिना टिकट यात्रा करने वाले से 16 करोड़ 29 लाख का जुर्माना वसूला गया

पुणे : समाचार ऑनलाईन – बिना टिकट  यात्रा करने वाले रेलवे यात्रियों के खिलाफ नियमित रूप से कार्रवाई की जाती है। लेकिन हर दिन ऐसे यात्रियों की संख्या बढ़ती जा रही है जो बिना टिकट यात्रा करते हैं। इससे रेलवे के राजस्व में करोड़ों रुपए की बढ़ोतरी हुई है। इसमें युवाओं की संख्या सबसे अधिक है जिनसे बिना टिकट यात्रा के दौरान जुर्माना वसूला गया।

मध्य रेलवे के पुणे विभाग के तहत पुणे-मलवली, पुणे-बारामती, पुणे-मिरज और मिरज-कोल्हापुर रूट पर बिना टिकट सफर करने वालों पर कार्रवाई की जाती है। इस रूट पर लंबी दूरी की ट्रेनों के साथ लोकल और पैसेंजर के चलने की फ्रीक्वैंसी ज्यादा है। इन ट्रेनों में विद्यार्थी, नौकरीपेशा, महिला, सीनियर सिटीजन की ज्यादा भीड़ रहती है। कम खर्च और कम वक्त में सफर की विशेषता के कारण यात्रियों की पसंद बनी रेलव में बिना टिकट यात्रा करने वाले यात्रियों की संख्या में तेजी से बढ़ोतरी नजर आ रही है।

अप्रैल 2018 से मार्च 2019 के बीच रेलवे प्रशासन द्वारा की गई कार्रवाई में 3 लाख 37 हजार मामलों में 16 करोड़ 29 लाख रुपए का जुर्माना वसूला गया। पिछले वर्ष 2 लाख 87 हजार मामलों में 16 करोड़ 76 लाख का जुर्माना वसूल किया गया था। इस बार रेलवे द्वारा की गई कार्रवाई में बिना टिकट सफर करने वाले एक लाख 52 यात्री पकड़े गए जिनसे 8 करोड़ 20 लाख रुपए का जुर्माना वसूला गया। बार-बार रेलवे प्रशासन द्वारा जनजागृति किए जाने के बावजूद बिना टिकट सफर करने वालों की संख्या बढ़ती जा रही है। ऐसे में रेलवे प्रशासन द्वारा यात्रियों से नियमों का पालन कराने के अलावा टिकट लेकर यात्रा करने की अपील की जा रही है।

बिना टिकट यात्रा करने वालों में सबसे अधिक युवा

बिना टिकट यात्रा करने वालों में युवाओं की संख्या सबसे अधिक है। इनमें टिकट की श्रेणी की तुलना में उच्च श्रेणी में सफर करने, बगैर आरक्षण के सफर करने और पास की अवधि समाप्त होने के बावजूद उसी पास पर सफर करने वाले कॉलेज के युवाओं की संख्या अधिक है। मुख्य रूप से पुणे-लोनावला के बीच चलने वाली लोकल ट्रेन में बिना टिकट यात्रा करने वालों की संख्या सबसे अधिक है।