कोल्हापुर की 19 साल की शिवानी ने ‘वाहन मरम्मत’ कर ‘आत्मनिर्भरता’ की दिशा में बढ़ाई एक कदम  

कोल्हापुर : समाज में आज भी कई लड़कियां हैं जो औद्योगिक प्रशिक्षण केंद्रों में पढ़कर अपने करियर को आगे बढ़ा रही हैं। इस क्षेत्र में विभिन्न पाठ्यक्रम भी उपलब्ध हैं। अधिकांश युवा इसकी ओर आकर्षित होते हैं। इस बीच कोल्हापुर की शिवानी भोपले ने शुद्ध लगन और दृढ़ता के बल पर मेकेनिकल और वाहन मरम्मत करके आत्मनिर्भरता की दिशा में एक कदम बढ़ाया है।

शिवानी कोल्हापुर की मूल निवासी हैं। बिना किसी टेक्निकल बैकग्रॉउंड के बावजूद उन्होंने औद्योगिक प्रशिक्षण केंद्रों में एडमिशन लिया। कुछ अलग करने की चाह में 10 वीं कक्षा के बाद उन्होंने कोल्हापुर के औद्योगिक प्रशिक्षण केंद्र में प्रवेश किया और अपनी नई यात्रा शुरू की। शिवानी ने कहा कि कोर्स में भर्ती 30 लड़कों में से वह अकेली लड़की हैं।

एडमिशन लेने के छह महीने बाद वह एक प्रशिक्षु के रूप में काम करने लगी। लेकिन, आज वह तेल प्रतिस्थापन, फिल्टर हटाने, कार्बोरेटर चेक, जनरल चेकअप, इंडिकेटर चेकअप, स्पीड मीटर, चेन कसने में कुशल है। शिवानी जिन्होंने डेढ़ साल से सुनील दलवी के मार्गदर्शन में अध्ययन कर रही हैं। उन्होंने कहा इंजन जोड़ना एक चुनौती है लेकिन, मैं अभी इसे भी सीख रही हु।

शिवानी ने कहा कि उससे कई लोगों ने पूछा कि क्या इस क्षेत्र में और भी कोई लड़कियां हैं? यह काम तुम कैसे कर सकती हो? ऐसे तमाम सवाल उनसे पूछे गए। हालांकि, उसने कहा कि वह अपने परिवार के समर्थन के कारण आज खुशी से अपने पसंदीदा क्षेत्र में काम कर रही है। आज लड़कियां कई अलग-अलग क्षेत्रों में काम कर रही हैं। हालांकि, इस क्षेत्र के प्रति उनका झुकाव कम है। लेकिन, मैं अपने जुनून की वजह से यहां पहुंची हु। इस क्षेत्र के प्रति लड़कियों का रुझान बढ़ना चाहिए। आज मार्किट में नौकरी की कोई सुरक्षा नहीं है। ऐसे में एक अलग पहचान बनाने के लिए एक अलग काम करने की जरुरत है।

यह केवल लड़कों का क्षेत्र है और हम लड़कियों इसे कैसे कर सकते है। ऐसे नहीं बल्कि इसे चुनौती के रूप में देखना चाहिए। शिवानी कहती है कि ‘मैंने कुछ नया सीखने के लक्ष्य के साथ इस क्षेत्र की ओर रुख किया। मुझे अपने परिवार से सपोर्ट मिला। मैंने डेढ़ साल पहले इस क्षेत्र में काम करना शुरू किया था। अभी भी बहुत कुछ सीखना बाकी है। मैं भविष्य में इस क्षेत्र में और कुछ नया सीखना चाहूंगी। ‘