2020 दे गया  मरांडी को बड़ी खुशखबरी…7 साल से लापता छोटी बहन राजस्थान में मिलीं

रांची. ऑनलाइन टीम : झारखंड के  पूर्व मुख्यमंत्री और बीजेपी विधायक दल के नेता बाबूलाल मरांडी की बहन सात साल पहले बिछड़ गई थी। वह राजस्थान के भरतपुर स्थित खोहडीग के आश्रम में मिली हीं।

बाबूलाल मरांडी झारखंड के गिरिडीह जिले के कोदाईबांक नामक गांव के रहने वाले हैं। इनके पिता का नाम छोटे लाल मरांडी तथा माता का नाम श्रीमती मीना मुर्मू है। उनकी बहन मैसूनी देवी मानसिक अवसाद के चलते वह 2012 में परिवार वालों से बिछड़ गई थीं। घर वालों ने उन्हें ढूंढने का बहुत प्रयास किया, लेकिन उनका कहीं पता नहीं चला। परिजनों ने मैसूनी से दोबारा मिलने की उम्मीद ही छोड़ दिया था। वे मान चुके थे कि वो अब इस दुनिया में नहीं है।

दरअसल, रांची में उनका इलाज चल रहा था। इसी दौरान 2012 में वो परिवार से बिछड़ गईं और भटकते- भटकते भरतपुर के खोहडीग पहुंच गईं। मई 2018 में उन्हें ‘अपना घर’ आश्रम में लाया गया। ‘अपना घर’ आश्रम में मैसूनी देवी इलाज के बाद स्वस्थ हो गईं और उन्होंने बताया कि वो बाबूलाल मरांडी की बहन हैं। इसके बाद ‘अपना घर’  आश्रम के लोगों ने उनके परिवार से संपर्क किया और सात साल बाद उन्हें परिजनों से मिलाया।

मैसूनी देवी की शादी गिरिडीह के तिसरी प्रखंड में ही हुई थी। उनके पति किसान हैं। उन्हें 3 बेटा और 2 बेटी हैं। सभी फिर से उनके मिलने की उम्मीद छोड़ चुके थे, लेकिन जब आश्रम के सचिव भूदेव शर्मा की ओर से परिजनों को सूचना दी गई, तो घर में एक बार फिर खुशियां लौट आई है।  स्वस्थ हो चुकी मैसूनी देवी ने बताया कि वह कई साल तक सड़कों पर भटकती रहीं, इसी दौरान उन्हें किसी ने आश्रम लाकर छोड़ दिया। उनकी दिमागी हालात ठीक नहीं थी, लेकिन इलाज और दवा खाने बाद वह अब पूरी तरह स्वस्थ हो चुकी हैं। फिलहाल वो डॉक्टरों की सलाह से दवा ले रही हैं।

झारखंड के पूर्व सीएम बाबूलाल मरांडी ने अपना घर आश्रम के संस्थापक बीएम भारद्वाज से बात की और अपनी बहन के मिलने पर खुशी प्रकट करते हुए उन्होंने भारद्वाज से कहा कि वो जब दिल्ली आएंगे तो ‘अपना घर’ आश्रम की विजिट जरूर करेंगे।  बाबूलाल मरांडी के छोटे भाई नूनूलाल और उनके बेटे सुलेमान रांची से भरतपुर के अपना घर आश्रम पहुंचे और मैसूनी देवी को अपने साथ ले गए।