पिंपरी चिंचवड़ में भी 23 इमारतें खतरनाक

पिंपरी : समाचार ऑनलाईन – मूसलाधार बारिश के चलते कंपाउंड वाल ढहने से हुए दो हादसों में 21 मजदूरों की जानें गई हैं। इन हादसों के बाद कराए गए सर्वेक्षण में पुणे में इस तरह के खतरे से भरे ऐसे 52 स्पॉट पाए गए हैं। 78 पुराने वाडे और इमारतें जर्जर पायी गई हैं। पुणे के हादसों से सबक लेते हुए पिंपरी चिंचवड़ में भी जर्जर इमारतों और मिलकीयतों का सर्वेक्षण किया गया। इसमें 57 इमारतें खतरनाक पायी गई हैं। उनमें से 31 इमारतों की दुरुस्ती की गई है और तीन इमारतें ध्वस्त की गई। जबकि अभी भी 23 इमारतें जर्जर अवस्था में रहने की जानकारी सामने आई है।
पुणे में लगातार हुए दो भीषण हादसों के बाद नींद से जागे पिंपरी चिंचवड़ मनपा प्रशासन ने अपने अमले को अलर्ट कर दिया है। जो 23 इमारतें व निर्माणकार्य जर्जर स्थिति में है उनसे संबंधित लोगों को नोटिस जारी कर उन्हें दुरुस्त करने या ध्वस्त करने के आदेश दिए गए हैं। मनपा के निर्माणकार्य अनुमति विभाग द्वारा अनुमति दिए गए निर्माणों, निर्माणाधीन व निर्माण कार्य पूरी हो चुकी इमारतों का निरीक्षण करने के आदेश मनपा के बीट निरीक्षकों को दिए गए हैं। शहर इमारतों के साथ ही कंपाउंड वाल का निरीक्षण करने के भी आदेश दिए गए हैं।
जर्जर इमारतों और दीवारों के बारे में 9 जुलाई तक रिपोर्ट पेश करने को कहा गया है। जहां कंपाउंड वाल के पास या उससे सटकर झुग्गी बस्तियां हैं वहां के लोगों को सुरक्षित जगहों पर स्थानांतरित करने के आदेश दिए जाने की जानकारी प्रभारी शहर अभियंता राजन पाटिल ने एक संवाददाता सम्मेलन में दी। कंपाउंड वाल ढहने से होनेवाले हादसों की रोकथाम के लिए किसी भी निर्माण कार्य को कम्प्लीशन सर्टिफिकेट जारी करते वक्त इमारत का स्ट्रक्चरल स्टॅबिलीटी सर्टीफिकेट लेना और पूरी परियोजना की रूपरेखा का सर्टिफिकेट लेना एवं बिल्डरों से उसके बारे में गारंटी पत्र लेना अनिवार्य करने के आदेश भी दिए गए हैं।