अदन. ऑनलाइन टीम : यमन के दक्षिणी शहर अदन के हवाई अड्डे पर बुधवार को भीषण धमाका हुआ। हादसे में लगभग 25 लाग मारे गए हैं, जबकि 110 से अधिक लोग घायल हुए हैं। इससे पहले की रिपोर्टों में मृतकों की संख्या 22 और 50 लोग घायल बताए गए थे। अपुष्ट सूत्रों ने के मुताबिक घायलों में संचार उप मंत्री, क्षेत्रीय सरकार के अधिकारी और एक स्थानीय जेल के निदेशक भी शामिल हैं। यमन की नवनिर्वाचित सरकार के मंत्रियों के बुधवार को अदन हवाई अड्डे पर पहुंचने के दौरान टर्मिनल के पास सिलसिलेवार तरीके से तीन विस्फोट हुए तथा इस दौरान गोलियां चलने की भी आवाज सुनाई दी गई। सरकारी विमान में सवार यमन के संचार मंत्री नजीब अल अवग ने बताया कि उन्होंने दो धमाकों की आवाज सुनी और ऐसा लगा कि यह ड्रोन हमला है। यमन के प्रधानमंत्री मईन अब्दुल मलिक सईद और अन्य को धमाके के बाद तुरंत हवाई अड्डे से शहर स्थित मशिक पैलेस ले जाया गया। उन्होंने बताया कि अगर विमान पर बमबारी होती तो यह विनाशक होता।
शुरूआती रिपोर्ट्स के अनुसार यह विस्फोट शिया विद्रोही हौती आंदोलन के नियंत्रण वाले दक्षिण-पश्चिमी प्रांत ताईज़ से किया गया एक मिसाइल हमला भी हो सकता है। वहीं, हाउती विद्रोही संगठन के सदस्य मोहम्मद अल बख्ती ने इस हमले में संगठन के शामिल होने की रिपोर्टों से पूरी तरह इंकार किया है। धमाके की वजह की तत्काल जानकारी नहीं मिली और न ही किसी संगठन ने धमाके की जिम्मेदारी ली है। वैसे हाउती विद्रोहियों को ही इस घटना से जोड़कर देखा जा रहा है।
बता दें कि हाउती विद्रोहियों की धार्मिक मान्यताएं असल में ईरान, इराक और लेबनान के शिया संप्रदाय की तुलना में सुन्नी मान्यताओं के ज्यादा करीब हैं। इनकी राजनीतिक विचारधारा शाही शासन के खिलाफ है। ये इस्राएल, अमेरिका और सऊदी अरब को दुश्मन मानते हैं। वे जिस तरह से काम कर रहे हैं, ऐसे में यह साफ संकेत है कि उनका लक्ष्य यमन के अन्य क्षेत्रों पर भी अपना नियंत्रण स्थापित करना है। 1980 के दशक में इनका उदय हुआ। विशेषज्ञ इशारा करते हैं कि हाउती विद्रोही जिन मिसाइलों और ड्रोनों का इस्तेमाल कर कर रहे हैं, वह ईरानी डिजाइन और तकनीक की हैं। हालांकि कई अन्य सूत्र दावा करते हैं कि मिसाइल और छोटे हथियार ओमान के रास्ते आए हैं, लेकिन जिस आधार पर ये दावे किए जा रहे हैं, वह काफी पेचीदा है।
बहरहाल, संयुक्त राष्ट्र महासचिव अंटोनियो गुटेरेस ने यमन के अदन हवाई अड्डे पर बुधवार को हुए जोरदार विस्फोट की कड़ी निंदा की हैं। संरा प्रमुख ने इस विस्फोट में मारे गए लोगों के प्रति और यमन की सरकार तथा लोगों के प्रति संवेदना व्यक्त की हैं।”