मुंगेर. ऑनलाइन टीम : रेल इंजन कारखाना जमालपुर में 34 करोड़ के वैगन घोटाले मामले में अब सीबीआई कार्रवाई के मूड में दिख रही है। वर्ष 2017 के पूर्व हुए इस घोटाले की जांच पिछले तीन दिनों से सीबीआई की महिला अधिकारी आर चौधरी के नेतृत्व में चार सदस्यीय टीम कर रही है। टीम जमालपुर में डेरा डाले हुई है।
यार्ड में रखे 100 वैगन के विभिन्न पार्ट्स चक्के गायब हुए थे। लगातार कई सालों तक रेलकर्मियों और अधिकारियों के मदद से तस्करों के द्वारा इन वैगनों के पार्ट्स निकाले जाते रहे। जब वहां की स्तानीय पुलिस से मामले का हल नहीं निकला, तो प्रकरण की जांच सीबीआई को सौंपी गई। चोरी की इस घटना को लेकर तब काफी हंगामा मचा था। बताया गया था कि स्थानीय स्तर पर मिलीभगत के चलते स्क्रैप लने वालों की यह चाल हो सकती है।
महकमा कठघरे में खड़ा हुआ, तो पहली बार 17 अक्टूबर 2017 को कोलकाता की विजिलेंस टीम ने पटना सीबीआई को पत्राचार कर जांच का अनुरोध किया था, जिसके बाद सीबीआई के तत्कालीन एसपी नागेंद्र प्रसाद ने मामला दर्ज कर जांच प्रक्रिया को प्रारम्भ किया था। जांच टीम ने कई अधिकारियों के बैंक अकाउंट के डिटेल को खंगाला है। घटनास्थल का भी जायजा लिया गया है। स्क्रैप साइडिंग के सीनियर सेक्शन इंजीनियर के साथ मिल कर घंटों इस मामले की जानकारी हासिल करते हुए रिपोर्ट तैयार करने में जुट गई।