अनंत कुमार से जुड़ी 5 बातें, जो आपको पता होनी चाहिए  

समाचार ऑनलाइन – भाजपा नेता और केंद्रीय मंत्री अनंत कुमार का निधन हो गया है। अनंत कुमार भाजपा के फायरब्रांड नेता माने जाते थे। आइये जानते हैं उनसे जुड़ी कुछ बातें:

1- 2 जुलाई 1959 को बेंगलुरु में जन्मे अनंत कुमार ने केएस आर्ट्स कॉलेज से बीए की पढ़ाई की थी। उनके पास एलएलबी की डिग्री भी हासिल थी। कुमार दो महत्वपूर्ण मंत्रालयों का ज़िम्मा संभाल रहे थे। उनके पास 2014 से रसायन एवं उर्वरक मंत्रालय था, साथ ही जुलाई 2016 में उन्हें संसदीय कार्यमंत्री का जिम्मा भी सौंपा गया था। वह 1996 से बेंगलुरू दक्षिण से लोकसभा सांसद के रूप में चुने जाते रहे। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से प्रभावित होने के कारण, वह अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के छात्र विंग के सदस्य थे।

2- आपातकाल के बाद ही कुमार को एबीवीपी का राज्य सचिव बनाया गया और 1985 में एबीवीपी का राष्ट्रीय सचिव। इसके बाद उन्हें भाजपा में युवा मोर्चा के राज्य अध्यक्ष के रूप में नामित किया गया। साल 1996 में उन्हें पार्टी का राष्ट्रीय सचिव बनाया गया। 1996 में वह पहली बार बेंगलुरू दक्षिण से लोकसभा सांसद के रूप में चुने गए। कुमार पहले ऐसे भारतीय नेता रहे, जिन्होंने अपनी निजी वेबसाइट लॉन्च की। इन वेबसाइट का नाम हैwww.dataindia.com और www.ananth.org.

3- 1998 में हुए चुनाव में उन्हें फिर से निर्वाचित किया गया और वह अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार में केंद्रीय उड्डयन मंत्री बने। वह उस सरकार में सबसे कम उम्र के कैबिनेट मंत्री थे।  1999 में उन्हें लगातार तीसरे कार्यकाल में फिर से निर्वाचित किया गया और एनडीए सरकार में कैबिनेट मंत्री बनाए गए। उन्होंने पर्यटन, खेल और युवा मामलों, संस्कृति, शहरी विकास और गरीबी उन्मूलन जैसे विभिन्न मंत्रालयों को संभाला। 2003 में उन्हें भाजपा की कर्नाटक राज्य इकाई का अध्यक्ष बनाया गया। उनके नेतृत्व में भाजपा ने 2004 में कर्नाटक में सबसे ज्यादा लोकसभा सीटें जीती।

4- अनंत कुमार को 2004 में भाजपा का राष्ट्रीय महासचिव नियुक्त किया गया। कुमार कर्नाटक में बीजेपी के दिग्‍गज नेताओं में गिने जाते थे। जीएसटी के मुद्दे पर पार्टियों के बीच आम राय बनाने में कुमार ने अहम् भूमिका निभाई थी। वह ऐसे नेताओं में शुमार थे, जिनकी बात अधिकांश राजनीतिक दल सुनते थे।

5- कर्नाटक में भाजपा को स्‍थापित करने में अनंत कुमार का अहम योगदान माना जाता है। उनके परिवार में पत्‍नी तेजस्विनी के अलावा दो बेटियां ऐश्‍वर्या और विजेता हैं। कुमार का जाना भाजपा के लिए बहुत बड़ा झटका है।