सफाई कर्मियों के वेतन में हर माह 80 लाख की लूट 

राष्ट्रीय श्रमिक आघाडी के अध्यक्ष यशवंत भोसले का आरोप 
पिंपरी। संवाददाता – भ्रष्टाचार, गबन, घोटालों की कड़ी में कॉन्ट्रैक्ट पर काम करनेवाले सफाई कर्मचारियों के वेतन में घोटाला जुड़ गया है। पिंपरी चिंचवड़ मनपा में कॉन्ट्रैक्ट पर काम करनेवाले 1600 कर्मचारियों को हर माह उनके ठेकेदारों द्वारा वेतन का भुगतान किया जाता है उसमें 80 लाख रुपए हर माह लुटे जा रहे हैं। एक कर्मचारी के वेतन में पांच हजार रुपए हड़पे जा रहे हैं। इसके लिए उनके बैंक पासबुक, डेबिट कार्ड आदि ठेकेदारों ने अपने पास रख लिए गए हैं। इस बारे में कर्मचारियों ने पिंपरी चिंचवड़ पुलिस आयुक्त आरके पद्मनाभन से शिकायत भी है।
एक संवाददाता सम्मलेन में राष्ट्रीय श्रमिक आघाडी के अध्यक्ष यशवंत भोसले ने उक्त घोटाले का खुलासा किया है। सफाई कर्मचारियों के वेतन में हर माह खुली लूट हो रही है, इस बारे में पिंपरी चिंचवड़ मनपा आयुक्त श्रावण हार्डीकर को भी जानकारी दी गई है। साथ ही उनसे मांग की गई है कि कर्मचारियों के वेतन सीधे उनके बैंक अकाउंट में जमा किये जाय न कि उन्हें चेक दिए जाय। ठेकेदारों द्वारा की जा रही लूट के मामले को गंभीरता से लेकर उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाय। आठ दिनों के भीतर इस पर ठोस कार्यवाही न करने की सूरत में उग्र आंदोलन की चेतावनी भी भोसले ने दी है।
भोसले ने कहा कि, शहर को साफ़-सुथरा रखने की अहम जिम्मेदारी निभाने वाले कर्मचारियों के वेतन में इस तरह से लूट-खसोट होना दुर्भाग्यपूर्ण है। गत 10- 12 सालों से ठेकेदारी प्रणाली पर 1600 कर्मचारी कार्यरत हैं। मनपा उन्हें न्यूनतम वेतन के तौर पर 13 हजार रुपए अदा कर रही है। मगर उनके ठेकेदार उन्हें उनका पूरा वेतन नहीं दे रहे हैं। कर्मचारियों के अकाउंट जिन बैंकों में हैं उनके पासबुक और डेबिट कार्ड ठेकेदारों ने अपने पास रखे हैं। उन्हें केवल आठ हजार रुपए देकर 13 हजार रुपए प्राप्त होने की रसीद पर हस्ताक्षर करवाए जा रहे हैं।
जो भी कर्मचारी इसके खिलाफ आवाज उठाता है उसे नौकरी से निकाल देने की धमकी दी जा रही है। सफाई कर्मियों के साथ हो रही लूट-खसोट से मनपा के स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी अनजान नहीं हैं। उन्हें भी सब पता है मगर तक़रीबन सभी ठेकेदार राजनेताओं से संबंधित रहने से कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है। जब कर्मचारियों ने पुलिस आयुक्त से उनके पासबुक और डेबिट कार्ड गायब रहने की शिकायत की और पुलिस ने जांच- पड़ताल शुरू की तो ठेकेदारों ने उन बैंक एकाउंट्स को बंद करवा दिया है, यह आरोप भी यशवंत भोसले ने लगाया है। इस मौके पर योगेश जगदाले, जोसेफ गायकवाड, दिनेश पाटील, दीपक पाटील, संतोष टाकले आदि उपस्थित थे।