पुणे : पुणे समाचार ऑनलाइन – Aba Bagul Meets Devendra Fadnavis | पुणे में कांग्रेस द्वारा लोकसभा सीट से विधायक रवींद्र धंगेकर को उम्मीदवार बनाए जाने के बाद कई नेता नाराज हो गए थे. यह नाराजगी उन्होंने खुलकर जाहिर की थी. नाराजगी दूर करने के लिए प्रयास भी किए गए, लेकिन ऐसा नजर आ रहा है कि यह प्रयास सफल नहीं हुआ है. क्योंकि कांग्रेस के पुणे शहर के नाराज सीनियर नेता आबा बागुल ने देवेंद्र फडणवीस से मुलाकात की है. इसे कांग्रेस के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है. (Aba Bagul Meets Devendra Fadnavis)
कांग्रेस के पुणे के नाराज नेता और पूर्व उप महापौर आबा बागुल ने नागपुर में उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और भाजपा प्रदेशाध्यक्ष चंद्रशेखर बावनकुले से मुलाकात की है. रवींद्र धंगेकर को उम्मीदवार बनाए जाने से नाराज आबा बागुल ने पार्टी कार्यालय के सामने आंदोलन भी किया था.
इसके बाद कहा जा रहा था कि आबा बागुल भाजपा नेताओं के संपर्क में है. अब बागुल के फडणवीस, बावनकुले से मुलाकात करने से पुणे की राजनीति में चर्चाओं का बाजार गर्म हो गया है. ऐन चुनाव के वक्त बागुल ने यह कदम उठाया है. अब वे भाजपा में प्रवेश करेंगे क्या, रवींद्र धंगेकर को चुनाव में झटका लगेगा क्या, इस तरह के सवाल खड़े हो रहे है.
पुणे में भाजपा की तरफ से मुरलीधर मोहोल को चुनाव मैदान में उतारा गया है जबकि कांग्रेस की तरफ से रवींद्र धंगेकर को उम्मीदवार बनाया गया है. वंचित ने वसंत मोरे को उम्मीदवारी दी है. अब कांग्रेस की नाराजगी के बाद जिस तरह के घटनाक्रम हो रहे है,उसे देखते हुए मुरलीधर मोहोले को इसका फायदा होने की संभावना जताई जा रही है. आबा बागुल पुराने नेता है. वे शहर के उप महापौर थे.
धंगेकर की उम्मीदवारी के बाद क्या कहा बागुल ने
धंगेकर को कांग्रेस द्वारा उम्मीदवार बनाए जाने की घोषणा के बाद आबा बागुल ने अपनी नाराजगी कड़े शब्दों में व्यक्त करते हुए कहा था कि पुणे की उम्मीदवारी घोषित होने के बाद निष्ठावान लोगों को झटका लगा है. उम्मीद है कि उन्हें न्याय मिलेगा. इसे सही अर्थों में निष्ठावान लोगों की हत्या माननी चाहिए.
४० वर्ष काम करने वाले को टिकट नहीं दिया. अभी आए व्यक्ति को टिकट दिया. वे शिवसेना से मनसे में गए. वहां से कांग्रेस में आए. कसबा उपचुनाव में उम्मीदवार बनाया. हम मेहनत कर उन्हें चुनकर लाए है.
अब लोकसभा में बालासाहेब शिवरकर, मोहन जोशी, उल्हास पवार, मैं ऐसे कई कार्यकर्ताओं ने पार्टी के लिए क्या किया. इसका आकलन करके धंगेकर को टिकट दिया गया इसकी जानकारी नहीं है. इन शब्दों में आबा बागुल ने अपनी नाराजगी व्यक्त की थी.