10 वर्षो के बाद महाराष्ट्र में दिखेगा कंगणाकृति सूर्यग्रहण

मुंबई, 25 दिसंबर : ग्रहण  को लेकर हमारे मन में जितनी उत्सुकता रहती है उतनी ही अंधश्र्द्धा भी. लेकिन आकाश और खगोल प्रेमियों के लिए यह ग्रहण अध्ययन के लिए एक बड़ा मौका होता है. ग्रहण कैसा और कब दिखता है इसे लेकर हम सभी को जानकारी होती है. क्योकि परीक्षा के लिए हम सबके इसकी पढाई जरुर की होगी। इस तरह का मौका 10 वर्षो के बाद खगोल प्रेमियों को मिलेगा। 26 दिसंबर की सुबह 8 बजे से 11 बजे के बीच सूर्यग्रहण दिखेगा।

इससे पहले 22 जुलाई 2009 को मध्य और उत्तर भारत में खग्रास सूर्यग्रहण और 15 जनवरी 2010 में देश में कंगनाकृति सूर्यग्रहण दिखा था।  इस वर्ष आये कंगनाकृति सूर्यग्रहण को लेकर खास बात यानी ग्रहण के 12 घंटे पहले शुभ काल शुरू होगा।

किस भाग में दिखेगा सूर्यग्रहण ?

इस वर्ष भारत में कर्नाटक के कुछ हिस्सों, केरल और तमिलनाडु जैसे दक्षिण के राज्यों में यह ग्रहण सूर्योदय के बाद देखा जा सकेगा। देश के अन्य हिस्सों में यह  ग्रहण खंडग्रास स्थिति में दिखेगा। दक्षिण भारत के कन्नूर, कोयंबटूर, कोजीकोड, मदुराई, मेंगलोर, ,ऊटी, तिरुमलापल्ली यह ग्रहण दिखेगा। भारत के  साथ नेपाल, पाकिस्तान, श्रीलंका, बांग्लादेश, भूटान और ऑस्ट्रेलिया जैसे देशों में सूर्यग्रहण दिखेगा।