36 दिन बाद फिर बढ़े पेट्रोल-डीजल के दाम, जानें कितना हुआ इजाफा

नई दिल्ली: पेट्रोल-डीजल के दाम एक बार फिर बढ़ गए हैं। अंतरराष्ट्रीय बाजार में क्रूड में आई तेज़ी के बाद घरेलू तेल कंपनियों ने यह फैसला लिया है। कंपनियों ने करीब 36 दिन के बाद पेट्रोल पर 17 पैसे और डीजल पर 13 पैसे की बढ़ोतरी की है। आपको बता दें कि अभी कीमतें और भी बढ़ सकती हैं। दरअसल, तेल कंपनियों के मार्जिन पर लगातार बोझ बढ़ता जा रहा है और इस बोझ की भरपाई उन्होंने आम जनता से करने का मन बना लिया है। डॉलर के मुकाबले रुपये में आई कमजोरी और अंतर्राष्ट्रीय कारणों का हवाला देकर कंपनियां आगे भी इजाफा जारी रख सकती हैं।

आपूर्ति में कमी का अंदेशा
ईरान पर अमेरिकी प्रतिबंध लगाए जाने से बाज़ार में तेल आपूर्ति में कमी आने का अंदेशा है। यही वजह है कि क्रूड की कीमतों में लगातार उतार-चढ़ाव देखने को मिल रहा है। फिलहाल ब्रेंट क्रूड 77.69 डॉलर प्रति बैरल पर है। हालांकि, ओपेक देशों ने हाल ही में रोजाना 10 लाख बैरल ज्यादा तेल सप्लाई का ऐलान किया है, लेकिन इतने से तेल की मांग पूरी नहीं हो पाएगी। इसलिए अंतरराष्ट्रीय बाजार में तेल के दाम में बढ़ोतरी हो रही है और इसका असर घरेलू बाज़ार पर पड़ना लाज़मी है।

ये हैं मुख्य कारण
पिछले कुछ दिनों में कच्चे तेल की मांग में तेजी से इजाफा हुआ है. सऊदी अरब और रूस ने सप्लाई पर प्रतिबंध लगाया है। वहीं, वेनेजुएला के आउटपुट में गिरावट के चलते इस साल तेल के दाम में तेजी है। उधर, रुपया लगातार कमजोर हो रहा है। बीते कारोबारी हफ्ते में रुपया 69 के स्तर से नीचे पहुंच गया था। यह रुपये का अब तक का सबसे निचला स्तर है। रुपए में गिरावट से देश का आयात बिल बढ़ने का अनुमान है। आपको बता दें कि भारत अपनी जरूरत का करीब 83 फीसदी कच्चा तेल आयात करता है, यही वजह है कि पेट्रोल-डीजल महंगा हो रहा है।