ब्राजील के बाद भारतीयों को सबसे ज्यादा सताते हैं अनचाहे कॉल

नई दिल्ली : समाचार ऑनलाइन- अनचाहे फोन कॉल हमेशा से परेशानी का सबब रहे हैं। इस तरह के कॉल को स्पैम कॉल भी कहा जाता है। एक रिपोर्ट में बताया गया है कि भारत में फोन इस्तेमाल करने वाले लोग स्पैम कॉल प्राप्त करने के मामले में दूसरे नंबर पर हैं। ट्रूकॉलर की स्पेशल रिपोर्ट 2018 के अनुसार, भारतीयों ने 2018 में जितने भी कॉल रिसीव किए उनमें से 6 फीसदी स्पैम कॉल थे।

रिपोर्ट के अनुसार, एक औसत भारतीय महीनेभर में 22.3 प्रतिशत स्पैम कॉल रिसीव करता है। इस लिस्ट में भारत से एक सीढ़ी ऊपर ब्राजील है। इस मामले में दुनिया में ये पहला देश है, जहां एक औसत व्यक्ति महीनेभर में 37.5 प्रतिशत स्पैम कॉल रिसीव करता है। हालांकि बीते साल इस लिस्ट में भारत पहले नंबर पर था। हैरानी की बात तो ये है कि ये स्पैम कॉल भी भारतीय टेलिकॉम कंपनियां ही करती हैं। यह कंपनियां ऐसी 91 फीसदी कॉल करती हैं। इनमें बैलेंस के लिए रिमाइंड कराना या किसी ऑफर से संबंधित कॉल किए जाते हैं। यानी भारतीयों के पास आने वाले स्पैम कॉल में 100 फीसदी में से 91 फीसदी इन्हीं के होते हैं।

इसके साथ ही रिपोर्ट में कहा गया है कि भारतीय मोबाइल उपभोक्ताओं के साथ धोखाधड़ी करने वाले फोन कॉल में बीते साल के मुकाबले बढ़ोतरी हुई है। पहले ऐसे 3 फीसदी कॉल ही आते थे, जिनकी संख्या अब बढ़कर 7 फीसदी हो गई है। वैसे इस मामले में कनाडा सबसे ऊपर है। यहां यूजर्स को आने वाले स्पैम कॉल में से 69 फीसदी धोखेबाजों के होते हैं। जबकि दक्षिण अफ्रीका दूसरे नंबर पर है, जहां 49 फीसदी कॉल धोखेबाज करते हैं।

20 देशों की इस लिस्ट में अमेरिका भी टॉप 10 में शामिल है। अब वहां स्पैम कॉल की संख्या कम होती जा रही है। स्पैम कॉल की औसत संख्या यहां कम होकर 16.9 फीसदी ही रह गई है। बीते साल अमेरिका दूसरे 10वें नंबर पर था और अब आठवें नंबर पर है।