मनसे के बाद शिवसेना प्रमुख ने भी किया आर्थिक आधार पर आरक्षण का समर्थन

मुंबई। समाचार ऑनलाइन
मराठा आरक्षण की लड़ाई की आग में पूरा महाराष्ट्र झुलस रहा है। सोमवार को सोलापुर, पुणे, पिंपरी चिंचवड़, चाकण, खेड़ आदि इलाकों में तोड़फोड़, आगजनी, रास्ता रोको जारी रहा। इस बीच शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने एक प्रेस कांफ्रेंस में पिछड़े वर्ग आयोग से रिपोर्ट मिलने का इंतजार करने की बजाय विशेष अधिवेशन बुलाकर मराठा आरक्षण का फैसला करने की मांग की है। इसके अलावा उन्होंने भी मनसे सुप्रीमो राज ठाकरे की भांति आर्थिक आधार पर आरक्षण का समर्थन किया है।
[amazon_link asins=’B07FMF33T9′ template=’ProductCarousel’ store=’policenama100-21′ marketplace=’IN’ link_id=’004102f5-93ee-11e8-a936-b95129ec793b’]
मराठा आरक्षण के मसले पर अपनी भूमिका स्पष्ट करने के लिए ‘मातोश्री’ पर शिवसेना विधायकों की बैठक बुलाई गई थी। इस बैठक के बाद उद्धव ठाकरे ने संवाददाताओं से की गई बातचीत में मराठा समुदाय को आरक्षण देने के मुद्दे पर तत्काल कदम उठाने की मांग की। पिछड़े वर्ग आयोग कब होगा, कब रिपोर्ट आएगी, वह जब आएगी तब आएगी। मगर तब तक महाराष्ट्र को झुलसने न दें। उन्होंने यह भी कहा कि, शिवसेना के विधायक आज मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस से मुलाकात कर मराठा आरक्षण पर पार्टी की भूमिका स्पष्ट करेंगे।
ठाकरे ने कहा, आरक्षण को लेकर जिस जिस समुदाय की मांग है, उनका एकत्रित विचार कर एकमत से फैसला होना जरूरी है। इसकी एक रिपोर्ट बनाकर राज्य सरकार केंद्र सरकार को भेजे, उसके लिए पिछड़े वर्ग आयोग की रिपोर्ट का इंतजार करने की कोई जरूरत नहीं। राज्य सरकार इस बारे में फैसला कर उसका प्रस्ताव केंद्र सरकार को भेजे। वहां भी भाजपा की सरकार है, वह प्रस्ताव तत्काल मंजूर कर यह मसला जल्द से जल्द सुलझाने की मांग भी उन्होंने की है। महाराष्ट्र में जाति- पाती की सियासत न हो, राज्य में शांति बनी रहे, यही शिवसेना की भूमिका है।आरक्षण जाति के नहीं आर्थिक आधार पर यह भूमिका स्व. बालासाहेब ठाकरे की थी, यह भी उन्होंने बताया।