अमेरिका ‘एबटाबाद’ कर सकता है, तो भारत क्यों नहीं : जेटली

नई दिल्ली, 27 फरवरी (आईएएनएस)| नई दिल्ली और इस्लामाबाद में बढ़ते तनाव के बीच केंद्रीय मंत्री अरुण जेटली ने बुधवार को कहा कि अगर अमेरिका अलकायदा सरगना ओसामा बिन लादेन का खात्मा करने के लिए पाकिस्तान में एबटाबाद जा सकता है तो भारत भी मंगलवार को जैश-ए-मोहम्मद के बालाकोट स्थित शिविर पर बमबारी कर सकता है। वित्तमंत्री अमेरिकी नौसेना की इकाई सील द्वारा 2011 में किए ऑपरेशन का हवाला दे रहे थे, जब अमेरिका ने अलकायदा के संस्थापक को एबटाबाद स्थित उसके घर में मार गिराया था। लादेन ने 11 सितंबर को वर्ल्ड ट्रेड सेंटर पर हमला करने के बाद लगभग एक दशक तक वहां छिपा रहा था।

जेटली ने कहा कि अपने सबसे बड़े वांछित अपराधी जैश-ए-मोहम्मद प्रमुख मसूद अजहर को मारकर भारत भी अमेरिका जैसी कार्रवाई कर सकता है।

यहां एक कार्यक्रम में उन्होंने कहा, “मुझे याद है जब अमेरिकी नौसेना के सील कमांडो ने ओसामा को एबटाबाद में मार गिराया था.. क्या हम वैसा नहीं कर सकते?”

उन्होंने कहा, “यह सिर्फ एक कल्पना, एक इच्छा, एक हताशा, एक निराशा हुआ करती थी। लेकिन आज यह संभव है।”

जैश-ए-मोहम्मद द्वारा 14 फरवरी को पुलवामा में हुए हमले का हवाला देते हुए उन्होंने कहा, “राजनीति में एक सप्ताह बहुत लंबा समय है। पिछले एक सप्ताह में पूरा देश लामबंद होकर जिस तरह हमारे साथ खड़ा हो गया है, लग रहा है कि यह एक सप्ताह बहुत जल्दी निकल गया।”

पुलवामा हमले में सीआरपीएफ के 40 जवान शहीद हो गए थे।

भारत ने जवाबी कार्रवाई करते हुए पाकिस्तान के बालाकोट में जैश-ए-मोहम्मद के सबसे बड़े आतंकवादी शिविर पर बमबारी की थी।

मंगलवार तड़के लगभग 3.30 बजे, भारतीय वायुसेना के विमानों ने जैश-ए-मोहम्मद के शिविर पर हमले कर वहां स्थित सैकड़ों लड़ाकों को खत्म कर दिया था। भारत के विदेश सचिव ने इस घटना को आतंकवादी ठिकाने पर असैन्य कार्रवाई बताया था।

गोखले ने कहा कि नागरिक बस्ती से दूर पहाड़ी पर स्थित आतंकवादी शिविर में बड़ी संख्या में जिहादी मारे गए थे। उन्होंने इसमें मसूद अजहर के साले यूसुफ अजहर के मरने का दावा किया था।

भारत ने कहा है कि उसने इस बारे में खुफिया जानकारी मिलने पर यह कार्रवाई की कि जैश-ए-मोहम्मद एक और आत्मघाती हमले की साजिश रच रहा है।