अमित शाह ने कहा था चुनाव में नुकसान के लिए तैयार, झारखंड के नतीजे ने इसे सही साबित किया 

रांची, 24 दिसंबर : झारखंड चुनाव में बड़ा उलटफेर हो गया है. यहां 5 सालों से सरकार चला रही भारतीय जनता पार्टी की सरकार चली गई है. इस चुनाव में 81 विधानसभा सीटों वाले राज्य में भाजपा को मात्र 25 सीटें ही मिल पाई जबकि जेएमएम-कांग्रेस-राजद गठबंधन को 47 सीटों पर  जीत मिली है. इस बहुमत के साथ ही रघुवर सरकार को गठबंधन ने  चलता कर दिया है. रघुवर दास अपनी सीट तक नहीं बचा पाए. उन्हें निर्दलीय उम्मीदवार सरयू राय ने 15 हज़ार से अधिक वोटों से हरा दिया। झारखंड में मिली हार के बाद अमित शाह के चाणक्य होने का मिथक भी टूट गया है.

मेरिट के आधार पर नेता तय किये जाये

एक इंटरव्यू के दौरान गृहमंत्री अमित शाह ने कहा था कि मेरिट के आधार पर नेता तय किये जाए. भले ही इसमें तात्कालिक रूप से पार्टी को नुकसान ही क्यों न उठाना पड़े. एक सवाल के जबाव में अमित शाह ने कहा था कि आखिर किसी नेता को लोकतंत्र में जातिवाद, ब्लॉक के आधार पर नहीं बल्कि प्रदर्शन के आधार पर चयन करने की शुरुआत करनी थी तो ये मोदी जी ने किया।

देश बनाना चाहते हैं, राजनीति नहीं करना चाहते

उन्होंने कहा कि हमने मेरिट के आधार पर फैसले किये है. यह देश के लोकतंत्र को सुधारने, उसे दिशा देने का प्रयास है. जातिवाद, परिवारवाद, तुष्टिकरण को राजनीति से बाहर निकाल देना चाहिए। ये तीनो मेरिट को खा जाते है.

झारखंड में दिग्गज हारे

इस चुनाव में मुख्यमंत्री रहे रघुवर दास अपने निर्वाचन क्षेत्र जमशेदपुर (पूर्वी ) से अपने ही मंत्रिमंडल सदस्य रहे सरयू राय से चुनाव हार गए. इस चुनाव में भाजपा का प्रदेशाध्यक्ष दिनेश उरांव भी हार गए. इस चुनाव में भाजपा का प्रदेशाध्यक्ष लक्ष्मण गिलुवा भी चुनाव हार गए.