अमृतसर रेल हादसा : लोको पायलट ने किया बड़ा खुलासा

अमृतसर । समाचार ऑनलाइन – अमृतसर में हुए ट्रेन हादसे ने पूरे देश को हिलाकर रख दिया है। इस हादसे में अब तक 61 लोगों की मौत हो चुकी है जबकि 70 से ज्यादा लोग घायल हैं। रेलवे अधिकारियों से लेकर नेताओं तक सुबह से ही अस्पताल से लेकर घटना स्थल तक हर कोई अपनी-अपनी खाना पूर्ति करने में जुटा है। इस बीच एक बड़ा खुलासा हुआ है।

ट्रेन के लोको पायलट ने किया बड़ा खुलासा –

रेल के लोको पायलट ड्राइवर की माने तो रावण जलने की वजह से आसपास काफी धुआं था। देर शाम के चलते अंधेरा भी हो गया था। घटनास्थल पर रोशनी की भी व्यवस्था काफी कम थी। धुएं और कम रोशनी के चलते रेल ड्राइवर को कुछ नहीं दिखाई दिया और एक बड़ा हादसा हो गया। उधर… रेल अधिकारी का भी कहना है कि वहां काफी धुआं था। जिसकी वजह से ड्राइवर कुछ भी देखने में असमर्थ था। इसके अलावा ट्रेन भी टर्निंग मोड़ पर थी।

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कैसे हुआ भीषण हादसा –

अमृतसर के जोड़ा फाटक इलाके में रेलवे ट्रैक के नजदीक रावण का पुतला जलाया जा रहा था। जैसे ही पुतले में पटाखे का विस्फोट होना शुरू हुआ और आग की लपटें तेज हुईं, लोग पीछे खिसकते हुए रेल पटरी पर आ गए। कुछ लोग रावण दहन देखने के लिए पहले से ही रेल पटरी पर खड़े थे। उसी दौरान जालंधर से अमृतसर जा रही ट्रेन तेज रफ्तार से आई और बड़ी तादाद में लोगों को अपनी चपेट में लेते हुए गुजर गई। इस भीषण ट्रेन दुर्घटना में अब तक 61 लोगों की मौत हो चुकी है जबकि 70 से ज्यादा लोग घायल हैं। लेकिन सवाल यह खड़ा होता है कि क्या ड्राइवर को ट्रैक पर खड़े लोग दिखाई नहीं दिए ? ट्रेन को वहां से गुजरने में महज 10 से 15 सेकेंड लगे, ट्रेन के गुजरते ही क्षत-विक्षत शव दूर-दूर तक बिखर गए और घायलों की चीख-पुकार मच गई।

हादसे के बाद रेलवे का कहना है कि, रावण दहन कार्यक्रम के लिये रेलवे की ओर से कोई मंजूरी नहीं दी गई थी। अमृतसर प्रशासन पर इस हादसे की जिम्मेदारी डालते हुए अधिकारियों ने अपना पल्ला झाड़ लिया है।

अभी क्या है स्थिति –

– 10 मेल/एक्सप्रेस और 27 पैसेंजर रेलगाडि़यों को रद्द कर दिया गया है। इसके अलावा 16 अन्य गाड़ियों को दूसरे मार्ग से आने जाने की व्यवस्था की गई है, जबकि 18 ट्रेनों को बीच में ही रोक कर उनकी यात्रा समाप्त कर दी गई।

– हादसे में मारे गए 13 साल के एक लड़का का परिवार अमृतसर-जालंधर हाईवे पर में उसका शव रख विरोध-प्रदर्शन कर रहा है।

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– पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह अमृतसर में अमरदीप अस्पताल पहुंचे, जहां घायलों का इलाज चल रहा है।

– जालंधर-अमृतसर राष्ट्रीय राजमार्ग प्रदर्शनकारियों ने अवरुद्ध कर दिया है। ये आयोजकों के खिलाफ कार्रवाई की मांग कर रहे हैं और सरकार के खिलाफ नारेबाजी कर रहे हैं। घटना के 14 घंटे बाद भी प्रशासन ने अभी तक कोई कार्रवाई की घोषणा नहीं की है।

किसने क्या कहा –

– रेलवे राज्य मंत्री मनोज सिन्हा ने कहा कि, लोगों को भविष्य में पटरियों के पास ऐसे आयोजनों से बचना चाहिए। चालकों को धीमा करने के लिए विशिष्ट निर्देश दिए जाते हैं। वहां एक घुमाव था, चालक इसे नहीं देख सका। किस बारे में हमें जांच का आदेश देना चाहिए? ट्रेन गति में चलती है। आगे उन्होंने कहा कि, ये दुर्भाग्यपूर्ण घटना है। रेलवे प्रशासन को इस आयोजन की जानकारी थी। रेलवे की चूक नहीं है।

– रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने कहा कि, मैं पंजाब में हुए रेलवे हादसे के दुखद परिणामों पर अपनी गहरी सहानुभूति प्रदान करता हूँ। मैं मारे गए लोगों के परिवारों और दोस्तों के प्रति सहानुभूति व्यक्त करता हूं और घायल लोगों के जल्द से जल्द ठीक होने की उम्मीद करता हूं।

– सीपीआरओ उत्तरी रेलवे ने कहा कि, अमृतसर ट्रेन हादसे में 58 लोग मारे गए और 48 घायल हो गए। ऐसा नहीं लगता है कि घटना में लोको ड्राइवर की गलती थी। अमृतसर-हावड़ा मेल दुर्घटना होने से दो मिनट पहले उसी स्थान से गुजरी थी। अभी अमृतसर-मनावाला रेलवे सेक्शन में ट्रेन सेवाओं को निलंबित कर दिया गया है। हम दोपहर में एक समीक्षा करेंगे और इस संबंध में एक निर्णय लिया जाएगा।

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– डिवीजनल रेलवे मैनेजर विवेक कुमार ने कहा कि, रेलवे हादसे के लिए जिम्मेदार नहीं। अगर ट्रेन रुकती तो यात्रियों को नुकसान होता। ट्रेन चालक ने गति को नियंत्रित करने की कोशिश की लेकिन ऐसा करने में असमर्थ था। जब ट्रेन रुक गई तो लोगों पर हमला किया गया, इसलिए ड्राइवर को यात्रियों की सुरक्षा के लिए अमृतसर जाने का निर्देश दिया गया।

– कला, पर्यटन, संस्कृति मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू ने कहा कि, यह एक दुखद और दुर्भाग्यपूर्ण घटना थी। यह समझना जरूरी है कि यह एक दुर्घटना थी। लापरवाही हुई है लेकिन यह जानबूझकर या प्रेरित नहीं था। यह हादसा कुछ मिनटों में ही हो गया। ट्रेन की गति काफी तेज थी और उसका हॉर्न नहीं बजाया गया था। नवजोत सिंह सिद्धू आज सुबह अमृतसर के गुरु नानक देव अस्पताल में पहुंचे, जहां वह घायलों से मिले।

– रेलवे बोर्ड के चेयरमैन अश्वनी लोहानी भी घटनास्थल पर पहुंचे। उन्होंने कहा, ‘मैन लाइन के पास दशहरा उत्सव के बारे में रेलवे प्रशासन को सूचित नहीं किया गया था। लोग रेलवे ट्रैक से दशहरा समारोह देख रहे थे। लोगों को अधिक सतर्क रहने की जरूरत है, उन्हें रेलवे ट्रैक पर अतिक्रमण नहीं करना चाहिए।’

– पंजाब के राज्यपाल वीपी सिंह बदन्नोर ने कहा कि, यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण घटना है। जांच की जाएगी और जिन्हें दंडित करने की आवश्यकता है उन्हें दंडित किया जाएगा और जिम्मेदारी तय होगी। मैं यह सुनिश्चित करने के लिए यहां हूं कि घायल लोगों को उचित चिकित्सा सहायता प्रदान की गई है।