अनिल अंबानी के वकीलों ने लंदन की कोर्ट में उन्हें ‘दिवालिया’ बताया, कहा- अब वह कंगाल हो चुके हैं  

समाचार ऑनलाइन- रिलायंस ग्रुप के अध्यक्ष अनिल अंबानी के वकीलों ने उन्हें लंदन की कोर्ट में दिवालिया बताया है. उनके वकीलों का कहना है कि पिछले कुछ सालों से उनकी नेटवर्थ लगतार नीचे आ रही है.  रॉबर्ट होवे ने कोर्ट को बताया कि साल 2012 में अंबानी का निवेश सात अरब डॉलर से अधिक का था. लेकिन  आज यह 8.9 करोड़ डॉलर ही रह गया है. यदि अंबानी की देनदारियों को भी जोड़ा जाए, तो यह शून्य रह जाएगा.

वकीलों को कहना पड़ा ऐसा

बा दें कि लंदन की एक अदालत में तीन चीनी बैंकों ने 68 करोड़ डॉलर (48.53 अरब रुपए) के कर्ज मामले में मुकदमा दायर किया है. साल 2012 में, इंडस्ट्रियल एंड कमर्शियल बैंक ऑफ़ चाइना और चाइना डेवलपमेंट बैंक और एक्सपोर्ट बैंक ऑफ़ चाइना की मुंबई शाखा ने प्राइवेट गारंटी की शर्त पर अनिल अंबानी की फर्म रिलायंस कम्युनिकेशन को 92.52 करोड़ रुपये (66.03 अरब रुपए) का लोन दिया था. अब बैंक का कहना है कि अंबानी ने फरवरी 2017 से बैंक की किस्तों का भुगतान नहीं किया है. इसलिए बैंकों ने लंदन की एक शीर्ष अदालत में अर्जी दाखिल कर, अनिल अंबानी से 68 करोड़ डॉलर की वसूली की मांग की है.

इसी अर्जी पर सुनवाई के दौरान अनिल अंबानी के वकीलों ने ये बात कही है.

कोर्ट ने क्या कहा…

केस की सुनवाई कर रहे लंदन कोर्ट में जज डेविड वाक्समैन ने इस बात को सिरे से नकार दिया कि अनिल अंबानी की नेटवर्थ जीरों है या वे या उनका परिवार इतने आर्थिक संकट से जूझ रहा है कि बकाया नहीं चका सकता.

इसलिए कोर्ट ने अनिल अंबानी को 10 करोड़ डॉलर की राशि जमा करने का आदेश दिया है.

अनिल अंबानी के एक प्रवक्ता ने जानकारी दी है कि, “ फिलहाल अनिल अंबानी ब्रिटिश कोर्ट के आदेश की समीक्षा कर रहे हैं और अपील के संबंध में कानूनी सलाह लेंगे.”