अलीबाग स्थित स्कूल में बनाए गए जेल कोविड-19 के केंद्र में अर्नब ने बिताई रात, जमानत पर आज सुनवाई

अलीबाग. ऑनलाइन टीम : रिपब्लिक टीवी के प्रधान संपादक अर्नब गोस्वामी को एक इंटीरियर डिजाइनर को कथित तौर पर आत्महत्या के लिए उकसाने के मामले में बुधवार को गिरफ्तार किया गया था। अदालत ने गोस्वामी और दो अन्य आरोपियों को 18 नवंबर तक न्यायिक हिरासत में भेज दिया है। चिकित्सकीय जांच के बाद उन्हें अलीबाग नगर परिषद स्कूल ले जाया गया, जहां उन्होंने रात बिताई। इस स्कूल को अलीबाग जेल का कोविड-19 केंद्र बनाया गया है। |

पुलिस ने गोस्वामी की 14 दिन की हिरासत का अनुरोध किया था, लेकिन अदालत ने कहा कि हिरासत में लेकर पूछताछ करने की जरूरत नहीं है। एक अधिकारी ने बताया कि गोस्वामी की जमानत याचिका पर गुरुवार को सुनवाई होगी। दूसरी तरफ, गोस्वामी ने अपने खिलाफ दर्ज प्राथमिकी को रद्द किए जाने का अनुरोध करते हुए दो नवंबर को बंबई उच्च न्यायालय का रुख किया था। इस पर न्यायमूर्ति एसएस शिंदे और न्यायमूर्ति एमएस कर्णिक की एक खंडपीठ गुरुवार को सुनवाई करेगी।

शेख और सारदा को भी बुधवार को अलीबाग की अदालत में पेश किया गया और उन्हें भी 18 नवंबर तक हिरासत में भेज दिया गया है। नाइक के ‘सुसाइड नोट’को पुणे में एक हस्तलेखन विशेषज्ञ के पास भेजा गया है और उसकी रिपोर्ट का इंतजार है।

अधिकारी ने बताया कि मुंबई पुलिस ने ड्यूटी पर एक पुलिस अधिकारी के काम में ‘बाधा डालने, उस पर हमला करने, अभद्र शब्द कहने तथा धमकाने’ और उनके घर पर ‘सरकारी दस्तावेजों’ (जिसमें गिरफ्तारी की सूचना दी गई थी) को फाड़ने के मामले में गोस्वामी की पत्नी, उनके बेटे और दो अन्य के खिलाफ भी प्राथमिकी दर्ज कराई है।