चुनाव करीब आते ही भाजपा ने ली रोजाना जलापूर्ति की सुध

पिंपरी चिंचवड़ में दिवाली तक रोजाना जलापूर्ति की तैयारी
सभागृह नेता नामदेव ढाके की जानकारी
पिंपरी। पर्याप्त बारिश और पवना डैम में पर्याप्त जलसंचय रहने के बाद भी एक साल से ज्यादा समय से पिंपरी चिंचवड़वासी पानी की कटौती झेल रहे हैं। बजाय प्रशासन को जलापूर्ति व्यवस्था में सुधार लाने को लेकर बाध्य कर लोगों को नियमित जलापूर्ति करने के मनपा के सत्तादल भाजपा के नेता प्रशासन की हां में हां मिलाते हुए पानी कटौती का अपरोक्ष समर्थन करते रहे। राज्य में सत्ता परिवर्तन और सालभर की दूरी पर रहे पिंपरी चिंचवड़ मनपा चुनाव की पृष्ठभूमि पर भाजपा ने रोजाना जलापूर्ति की सुध ली है।
इस मसले पर मनपा में सत्तादल भाजपा के नेता नामदेव ढाके ने एक महत्वपूर्ण बयान दिया है। उन्होंने कहा कि, जलापूर्ति संबंधित बढ़ती शिकायतों के मद्देनजर वाघोली ग्रामीण जलापूर्ति योजना से 20 और एमआईडीसी से 10 कुल 30 एमएलडी पानी लेकर पिंपरी चिंचवड़ शहर में पानी की उपलब्धता बढ़ाने का फैसला किया गया है। इस साल दिवाली तक भामा आसखेड़ डैम से 100 एमएलडी पानी शहर के लिए उपलब्ध होने लगेगा। इसके बाद पिंपरी चिंचवड़ में रोजाना जलापूर्ति की जाएगी।
जलापूर्ति संबन्धी शिकायतों के चलते शहर के सभी हिस्सों में समान जलापूर्ति करने का हवाला देकर 25 नवंबर 2019 से पिंपरी चिंचवड़ शहर में पानी कटौती लागू की गई। इस दिन से एक दिन छोड़ कर जलापूर्ति की जा रही है जिसकी अमलबाजी अब तक जारी है। जबकि बीते साल पर्याप्त बारिश होने के बाद शहर की प्यास बुझाने वाले पवना डैम में शतप्रतिशत जलसंचय था। इसके बाद भी प्रशासन ने पानी कटौती वापस नहीं ली। हालांकि जिस उद्देश्य से कटौती लागू की गई वह उद्देश्य सफल नहीं रहा। समन्यायी जलापूर्ति नहीं हो रही आज भी कई हाउसिंग सोसाइटियों को रोजाना पानी के टैंकर खरीदने पड़ रहे हैं।
इस पृष्ठभूमि पर मनपा पदाधिकारी और अधिकारियों की एक अहम बैठक संपन्न हुई, जिसमें जलापूर्ति संबन्धी मसले पर गहन चर्चा छिड़ी। इस बैठक में महापौर उषा ढोरे, मनपा के अतिरिक्त आयुक्त अजित पवार, स्थायी समिति अध्यक्ष संतोष लोंढे, शिवसेना गुटनेता राहुल कलाटे, जलापूर्ति विभाग के सह शहर अभियंता रामदास तांबे, कार्यकारी अभियंता प्रवीण लडकत, ज्ञानदेव जुंधारे और स्थायी समिति सदस्य शामिल हुए। बाद में संवाददाताओं से बैठक में हुई चर्चा और जानकारी को साझा करते हुए सभागृह नेता नामदेव ढाके ने उपरोक्त जानकारी दी। उन्होंने यह भी स्वीकार किया कि एक दिन छोड़कर जलापूर्ति करने के बाद भी शहर में जलापूर्ति सुचारू नहीं हो सका है।
उन्होंने कहा कि वाघोली ग्रामीण जलापूर्ति योजना के अंतर्गत पवना नदी पर रावेत तटबंध से अशुद्ध पानी लेकर  चिखली जलशुद्धीकरण केंद्र में शुद्ध किया जा रहा है। इस योजना से पिंपरी चिंचवड़ के लिए तत्काल 20 एमएलडी पानी लिया जाएगा। वहीं एमआयडीसी को लौटाए गए 10 एमएलडी पानी का कोटा वापस लिया जाएगा। इससे 30 एमएलडी पानी की उपलब्धता बढ़ेगी। 25 से 30 साल पुरानी पाइपलाइन बदल दिए जाने से जलापूर्ति व्यवस्था में लीकेज को रोकने में काफी हद तक सफलता मिली है। 24 घँटे जलापूर्ति योजना का काम 75 फीसदी पूरा हो गया है। भामा-आसखेड डैम से 100 एमएलडी पानी कोटा पिंपरी चिंचवड़ के लिए आरक्षित है। दिवाली तक यह पानी लाने की कोशिश जारी है। सिंटेल कंपनी से एक एकड़ जमीन लेकर वहां पंपिंग स्टेशन बनाया जाएगा। यह पानी मिलने के बाद शहर में रोजाना जलापूर्ति करना संभव होगा।