जांच शुरू होते ही ‘सेवा विकास’ के 2 निदेशकों ने दिया इस्तीफा

पिंपरी। संवाददाता – हालिया उजागर हुए 238 करोड़ रुपए के कर्ज घोटाले की जांच शुरू होने के साथ ही सेवा विकास को ऑप बैंक लि. के दो निदेशकों ने अपने पदों से इस्तीफा दे दिया है। दोनों निदेशकों ने अपने इस्तीफे सहकारिता विभाग के आयुक्त को सौंपे हैं। साथ ही इस घोटाले से उनका कोई सरोकार नहीं बताकर पुलिस आयुक्त के सौंपे अलग पत्र में जांच में जरूरत पड़ने पर पुलिस या अदालत के समक्ष बयान देने की तैयारी भी दर्शाई है। ज्ञात हो हाल ही में इस घोटाले की जांच सीआईडी (क्राइम इन्वेस्टिगेशन डिपार्टमेंट) को सौंपी गई है।

धीरज साधु भोजवानी और एड विजयकुमार गोपीचंद रामचंदानी ऐसे इस्तीफा देनेवाले निदेशकों के नाम हैं। सहकारिता आयुक्त को सौंपे अपने इस्तीफों में उन्होंने कहा है कि, सेवा विकास बैंक में 238 करोड़ रुपए का कर्ज घोटाला सामने आया है और पुलिस ने इस बारे में एफआईआर भी दर्ज की है। इस बारे में मीडिया में लगातार खबरें प्रसारित हो रही हैं। इन सबसे समाज में हमारी प्रतिमा मलिन हो रही है और हमें बेवजह मानसिक परेशानी उठानी पड़ी है। इसके चलते हम निदेशक पद पर कायम नहीं रहना चाहते।

इसके अलावा भोजवानी और रामचंदानी ने पिंपरी चिंचवड़ पुलिस आयुक्त आरके पद्मनाभन एवं आर्थिक अपराध शाखा के वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक श्रीराम पॉल को अलग- अलग पत्र भेजे हैं। इसमें उन्होंने कर्ज घोटाले से उनका कोई सरोकार नहीं रहने की बात कही है। बैंक में सभी कर्ज प्रकरण बैंक के चेयरमैन और दूसरे निदेशक व प्रबंधन के अधिकारियों द्वारा मंजूर किए जाते हैं। इसमें उनकी राय नहीं ली गई। इस पूरे मामले से हमारा कोई संबन्ध नहीं है। यही नहीं उन्होंने जरूरत पड़ने पर पुलिस के समक्ष या फौजदारी संहिता की धारा 164 के अनुसार अदालत के समक्ष अपने बयान देने की तैयारी भी दर्शाई है।