हिंसा की आग में झुलसा औरंगाबाद, 40 घायल, दुकानों-गाड़ियों में आग  

औरंगाबाद : पुणेसमाचार

महाराष्ट्र के औरंगाबाद में दो समुदायों के बीच हुई झड़प ने हिंसा का रूप ले लिया। दोनों तरफ से हुए पथराव में करीब 40 लोग घायल हुए हैं जबकि दो लोगों की मौत की खबर है। पुलिस को स्थिति को नियंत्रित करने के लिए काफी संघर्ष करना पड़ा। उपद्रवियों ने कई दुकानों और वाहनों को भी आग के हवाले किया है। इस हिंसा की शुरुआत शुक्रवार देर रात शहर के पुराने इलाके राजाबाज़ार में नल कनेक्शन को तोड़ने को लेकर हुई। दो समुदायों के बीच शुरू हुई नोंकझोंक ने देखते ही देखते हिंसक रूप में धारण कर लिया।  लोग सड़कों पर उतर आए और एक दूसरे पर पथराव करने लगे। इस दौरान भीड़ में शामिल कुछ उपद्रवियों ने सड़क पर मौजूद वाहनों में तोड़फोड़ करने के बाद उनमें आग लगा दी।

कई पुलिसकर्मी घायल
घटना की जानकारी मिलने के बाद जिले के असिस्टेंट पुलिस कमिश्नर गोवर्धन कोलेकर भारी पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे, जिसके बाद भीड़ को नियंत्रित करने के लिए आंसू गैस के गोले दागे गए। वहीं इस कार्रवाई का विरोध करते हुए भीड़ में शामिल कुछ युवकों ने पुलिस पर भी पथराव कर दिया। जिससे एक अधिकारी सहित कई पुलिसकर्मी घायल हो गए।  डीसीपी (जोन-वन) विनायक ढाकने ने बताया कि प्रभावित इलाके में भारी तादाद में पुलिस बल की तैनाती की है। तनाव के मद्देनजर जिले में धारा-144 लागू की गई है।

कुछ नहीं कर पाई
जानकारी के मुताबिक, पुलिस घटना के दौरान ही मौके पर पहुंच गई थी,लेकिन हालत नियंत्रित नहीं कर पाई और मामले ने रात तक और तूल पकड़ लिया। पूरी रात शहर में उपद्रवियों और पुलिस के बीच संघर्ष चलता रहा। शनिवार सुबह जाकर पुलिस किसी तरह हालत पर काबू पा सकी।