ऑटो-टैक्सी वालों ने दिल्ली में केजरीवाल के खिलाफ खोला मोर्चा

नई दिल्ली : पुणे समाचार – देश की राजधानी में ऑटो-टैक्सी वालों ने प्रदेश के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और उनकी पार्टी ‘आप’ के खिलाफ मोर्चा खोला है। ऑल दिल्ली ऑटो टैक्सी ट्रांसपोटर्स कांग्रेस यूनियन ने गुरुवार को कहा कि दिल्ली सरकार ने उनकी समस्याओं का समाधान नहीं किया, इसलिए ऑटो-टैक्सी चालक आम आदमी पार्टी (आप) की नीतियों से खुश नहीं हैं।

यूनियन की ओर से गुरुवार को आयोजित प्रेसवार्ता में यहां भारतीय प्राइवेट ट्रांसपोर्ट मजदूर महासंघ के चेयरमैन राज कुमार झा ने कहा कि ‘आप’ सरकार ने ऑटो-टैक्सी वालों को छला है। उन्होंने कहा कि इनकी एक भी समस्या का सरकार ने अब तक समाधान नहीं किया है, जबकि इनके सहयोग से यह आम आदमी पार्टी सत्ता में आई। उन्होंने कहा कि इनके लिए न तो पीने के पानी की व्यवस्था है और न ही अन्य कोई सुविधा।

ऑल दिल्ली ऑटो टैक्सी ट्रांसपोटर्स कांग्रेस यूनियन के प्रेसिडेंट किशन वर्मा ने कहा कि दिल्ली में मई 2013 के बाद ऑटो-टैक्सी का किराया नहीं बढ़ा है। उन्होंने कहा कि दिल्ली के ऑटो-टैक्सी वालों के पांच यूनियनों का उन्हें समर्थन प्राप्त हैं जो सरकार के खिलाफ उनकी मुहिम में उनके साथ हैं।

पूर्वाचल समाज विकास मंच के प्रेसिडेंट राज कुमार झा ने कहा, “ऑटो-टैक्सी वाले ही नहीं, रेहड़ी-पटरी पर दुकान लगाने वालों का भी बुरा हाल है। सर्वोच्च न्यायालय ने इनके लिए हॉकिंग बनाने को कहा है, लेकिन दिल्ली सरकार ने इस दिशा में कोई कदम नहीं उठाया है।”

उन्होंने कहा कि दिल्ली में रेहड़ी-पटरी पर लगने वाली दुकानों से लाखों लोगों की आजीविका चलती है, लेकिन उनकी समस्या के समाधान के लिए कोई व्यवस्था नहीं की गई है।

उन्होंने कहा कि दिल्ली सरकार ने प्रदेश में किसी की भलाई के लिए कोई काम नहीं किया है, जिससे लोग नाराज हैं। उन्होंने कहा, “अब आम चुनाव में आम आदमी पार्टी को हार का खतरा बना हुआ है, इसलिए कांग्रेस के साथ गठबंधन करना चाहती है।”