avinash bhosle | ईडी ने सीज की बिल्डर अविनाश भोसले की 40.34 करोड़ रुपये की संपत्ति

पुणे : ऑनलाइन टीमप्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने विदेशी मुद्रा प्रबंधन अधिनियम 1999 (FEMA) के तहत विभिन्न एसेट्स के रूप में बिल्डर अविनाश भोसले (avinash bhosle) और उनके परिवार के सदस्यों की 40.34 करोड़ रुपये की संपत्ति जब्त की है। avinash bhosle ed has seized assets worth rs 40 34 crore belonging to avinash bhosle and his family members under fema 1999

भोसले ने कथित तौर पर फेमा नियमों का उल्लंघन करने के बाद विदेश में निवेश किया, जिसने ईडी की कार्रवाई को आमंत्रित किया। जब्त की गई संपत्ति की कीमत भोसले परिवार द्वारा दुबई में नियमों का उल्लंघन कर खरीदी गई संपत्तियों के बराबर है। ये सारी संपत्ति इक्विटी शेयरों और वरीयता शेयरों के रूप में है जिसपर क्लासिक सिटी इंवेस्टमेंट प्रा. लि. पुणे का मालिकाना हक है। ये कंपनी फाइव स्टार कटैगरी में 3 लग्जीरियस होटॅल की मालिक है। होटल वेस्टिन( पुणे), होटल ले मेरिडियन (नागपुर), होटल डब्ल्यू रिट्रीट एंड स्पा( गोवा) इसमे शामिल है।

इसके अलावा, एबीआईएल (अविनाश भोसले इंफ्रास्ट्रक्चर प्राइवेट लिमिटेड) में इक्विटी शेयर और परिवार के सदस्यों के अलग-अलग बैंकों के खातों में लगभग रु 1.15 करोड़ का बैंक बैलेंस सीज किया गया है। ये सब अविनश भोसले और उनके परिवार के नाम है।

प्रवर्तन निदेशालय ने अविनाश भोसले और उनके परिवार के सदस्यों के खिलाफ सितंबर 2017 में फेमा जांच शुरू की थी, इस जानकारी के आधार पर कि अविनाश भोसले और उनके परिवार के सदस्यों ने फेमा 1999 के उल्लंघन में दुबई में अचल संपत्ति का अधिग्रहण किया है।

जांच से पता चला कि अविनाश भोसले और उनके परिवार के सदस्यों ने एक कंपनी रोचडेल एसोसिएट्स लिमिटेड, दुबई की विदेशी प्रतिभूतियों का अधिग्रहण किया, जिसके पास एईडी 20,000,000 (Eqiv INR 40,34,00,000) की अचल संपत्ति थी।

संपत्ति का अधिग्रहण करने के लिए, अविनाश भोसले और उनके परिवार के सदस्यों ने भारत के बाहर अपने बैंक खातों में Liberalised Remittance Scheme के माध्यम से राशि जमा किया। फंड को विभिन्न श्रेणियों में बांटा गया था अर्थात कंपनी रोचडेल एसोसिएट्स लिमिटेड, दुबई में इक्विटी शेयर खरीदने, परिवार के रखरखाव, परिवार के रखरखाव के लिए एनआरआई से प्राप्त बचत आदि। हालांकि, इसका उपयोग उक्त अचल संपत्ति की खरीद के लिए किया गया था। यह घोषित किया गया था कि कंपनी रियल एस्टेट व्यवसाय गतिविधि में लगी हुई है, हालांकि, जांच से पता चला है कि कंपनी की कोई व्यावसायिक गतिविधि नहीं है और कोई आय भी नहीं है। आगे की जांच जारी है।