बारामती सत्र न्यायाधीश पर पत्नी ने पारिवारिक हिंसा का लगाया आरोप, हाई कोर्ट के चीफ  जस्टिस को पत्र लिखकर न्याय की गुहार लगाई 

 

बारामती : समाचार ऑनलाईन – बारामती सत्र न्यायालय के न्यायाधीश के खिलाफ उनकी पत्नी ने घरेलु हिंसा का आरोप लगाया है. यह आरोप लगाते हुए उनकी पत्नी ने न्यायाधीश के खिलाफ कार्रवाई करने की विनती मुंबई हाई कोर्ट के चीफ जस्टिस प्रदीप नंदराजोग से की है. न्यायाधीश बद्रीनारायण आरबाड की पत्नी ने पत्र के जरिये मुंबई हाई कोर्ट के चीफ जस्टिस से यह शिकायत की है.

30 एकड़ जमीन की मांग कर रहे न्यायाधीश 
पत्र में दी गई जानकारी के अनुसार बारामती दिवानी न्यायालय के न्यायाधीश बद्रीनारायण का 12 साल पहले बालासाहेब जावले की बेटी के साथ विवाह हुआ था. शादी में पांच लाख कैश, फर्नीचर और विवाह का खर्च लड़की वालों क तरफ से किया गया था।   इसके बावजूद वर्ष भर में न्यायाधीश का लोभ बढ़ गया. गांव की 30  एकड़ की खेती की  जमीन और गाड़ी के लिए उन्होंने पत्नी को परेशान करना शुरू कर दिया। 2008 में पत्नी के पिता की मौत के बाद जमीन खुद के नाम पर करने के लिए फिर से परेशान करना शुरू कर दिया। घर से यह कहकर निकाल दिया गया कि जब तक जमीन मेरे नाम नहीं होता तब तक घर में नहीं आना. इस मामले में पुलिस केस दर्ज कराया गया. इसके बाद न्यायाधीश ने 2012 में तलाक के लिए कोर्ट में अर्जी लगा दी।
कोर्ट ने  अर्जी ख़ारिज की 
स्थानीय पारिवारिक कोर्ट ने उनकी अर्जी ख़ारिज कर दी और 2016 में पत्नी को गुजरा भत्ता के रुप में हर महीने 10 हज़ार रुपए देने का आदेश दिया। इनमे से अब तक केवल दो लाख रुपए ही पत्नी को दिए गए.स-शेष रकम देने में पति टालमटोल कर रहे है. इस मामले में कोर्ट में न्यायाधीश के खिलाफ केस दर्ज किया गया है.
पुलिस और कोर्ट  पर संज्ञान नहीं लेने का आरोप 
पत्नी ने  पत्र में आरोप लगाया है कि बारामती दिवानी कोर्ट के चीफ जस्टिस और पुलिस से शिकायत किये जाने के बावजूद इस मामले का  संज्ञान नहीं लिया गया. इसलिए आप इस शिकायत पर ध्यान देकर न्याय दे।