कोलकाता . ऑनलाइन टीम : पश्चिम बंगाल की राजनीतिक लड़ाई अब चरम की ओर है। तृणमूल कांग्रेस वहां किसी भी कीमत पर अपनी पकड़ बनाए रखने में जुटी है, जबकि बीजेपी को इस सीमावर्ती राज्य में अपने लिए बड़ी उम्मीद दिख रही है। दोनों पार्टियां इस लड़ाई में अपनी जीत सुनिश्चित करने के लिए सब कुछ दांव पर लगा देने को तैयार दिख रही हैं।
नतीजा उन विवादों के रूप में देखा जा सकता है जो समय-समय पर सामने आ रहे हैं और राष्ट्रीय ख्याति के ऐसे व्यक्तित्वों को भी अपनी चपेट में ले-ले रहे हैं जिनका इस चुनावी राजनीति से सीधे कोई वास्ता भी नहीं है। मगर लड़ाई में सब कुछ जायज मानने वाली चुनावी समझ किसी भी पक्ष को संयम बरतने के लिए तैयार नहीं कर पा रही है। एक तरफ महापुरुषों को अपनाकर उनकी आभा से खुद को प्रकाशित करने की बीजेपी की मुहिम है तो दूसरी तरफ उसे बाहरी ताकत बताते हुए इन महापुरुषों को बंगाल तक सीमित करने की तृणमूल की जवाबी रणनीति।
भाजपा बंगाल के विकास के लिए काम करना चाहती है।
बंगाल को सोनार बांग्ला बनाने के लिए आप सभी के सुझाव चाहिए।
– श्री @JPNadda #LokkhoSonarBangla pic.twitter.com/NxMnMxsZ7g
— BJP (@BJP4India) February 25, 2021
इसी क्रम में तृणमूल कांग्रेस को जवाब देने के लिए भारतीय जनता पार्टी ने गुरुवार को सभी 294 विधानसभा क्षेत्रों के लिए 294 रथ रवाना किये। इस एलईडी यात्रा को ‘लक्ष्य सोनार बांग्ला’ नाम दिया गया है। भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा ने इस एलईडी यात्रा को कोलकाता में हरी झंडी दिखायी। हर रथ पर स्मार्ट फोन और टैब रखे गये हैं।
सुझाव पेटी में आने वाले सुझावों को केंद्रीय नेतृत्व को भेजा जायेगा। भाजपा की मानें तो इन्हीं सुझावों और शिकायतों के आधार पर पार्टी बंगाल विधानसभा चुनाव 2021 के लिए अपना घोषणा पत्र (मेनिफेस्टो) तैयार करेगी। रथ के अलावा हर विधानसभा क्षेत्र में कम से कम 100 सुझाव पेटियां लगायी जाएंगी और लोगों के सुझाव मांगे जायेंगे। राज्य के 294 विधानसभा क्षेत्रों में करीब 30 हजार सुझाव पेटियां रखी जाएंगी।