इस वजह से शिवसेना ने शीतसत्र अधिवेशन के पहले दिन संसद के बाहर किया आंदोलन 

नई दिल्ली : समाचार ऑनलाइन – एनडीए से बाहर होने के बाद संसद के अधिवेशन  के पहले दिन शिवसेना ने आंदोलन का रास्ता अख्तियार करते हुए सभी का ध्यान अपनी ओर खींचा। नुकसान झेलने वाले किसानों को प्रति हेक्टर 25 हज़ार रुपए का नुकसान भरपाई देने की मांग शिवसेना के सांसदों ने सोमवार को संसद के पहले दिन आंदोलन किया।
किसानो को प्रति हेक्टर 25 हज़ार देने की मांग 
संसद के सभापति जिस दरवाजे से अंदर प्रवेश करते है वहां पर शिवसेना सांसदों एकजुट हुए व बैनर के साथ नारेबाजी की. किसानों को प्रति हेक्टर 25 हज़ार रुपए की नुकसान भरपाई देने की मांग सांसदों ने की.
महाराष्ट्र में सरकार गठन को लेकर शिवसेना भाजपा से अलग हो गई हैं. केंद्रीय मंत्रिमंडल से राज्यमंत्री अरविंद सावंत ने इस्तीफा दे दिया है. इसके बाद संसद अधिवेशन की पूर्व संध्या पर एनडीए से शिवसेना को बाहर निकालने की घोषणा की.
सभी दलो ने किया आंदोलन 
इस घोषणा के बाद अब शिवसेना संसद में कौन का रुख अपनाती है इसकी तरफ सबका ध्यान लगा हुआ हैं. सोमवार की सुबह सभी राजनीतिक दलों ने किसानों के मुद्दे पर आंदोलन कर अपना रुख साफ कर दिया है.