भाजपा के दो ‘दादाओं’ के बीच हमरी-तुमरी; एक ‘दादा’ पहुंचे हॉस्पिटल!

क्षेत्रीय समिति स्वीकृत सदस्य निश्चिती का मसला

संतोष मिश्रा
पिंपरी। पुणे समाचार ऑनलाइन

क्षेत्रीय समितियों के स्वीकृत सदस्य पद के चुनाव को लेकर सत्ताधारी भाजपा में मचे रणकन्दन के दौरान ही नाम निश्चिती को लेकर पार्टी के दो ‘दादा’ नेताओं के बीच हमरी-तुमरी होने और एक-दूसरे पर दौड़े जाने के बाद एक ‘दादा’ के हॉस्पिटल पहुंचने की जानकारी हाथ आयी है। ये दोनों ‘दादा’ कोई और नहीं बल्कि एक भोसरी के विधायक महेशदादा लांडगे और दूसरे पिंपरी चिंचवड़ मनपा के सभागृह नेता एकनाथदादा पवार हैं। दोनों के बीच देर रात हुए घमासान के बाद ब्लडप्रेशर बढ़ने से पवार को थेरगांव के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराने की नौबत आयी है। मोबाईल पर सम्पर्क करने पर उनके एक समर्थक ने उनके अस्पताल में भर्ती रहने के खबर की पुष्टि की है।

मनपा के आठ क्षेत्रीय कार्यालय समितियों के स्वीकृत सदस्य की तीन- तीन के हिसाब से कुल 24 सीटों पर गुरुवार को निर्विरोध चुनाव सम्पन्न हुआ। इसमें निर्वाचित सदस्यों के नाम तय करने को लेकर कल शाम से पिंपरी में एक नेता के दफ्तर और मनपा मुख्यालय के सामने एक पांच सितारा होटल में देर रात तक बैठक चली। इन बैठकों में भाजपा की कमान संभालने वाले विधायक लक्ष्मण जगताप और विधायक महेश लांडगे ने अपने- अपने चिंचवड़ व भोसरी विधानसभा क्षेत्र में आनेवाले क्षेत्रीय कार्यालयों की सभी सीटें बांट ली। इतना ही नहीं उनके निर्वाचन क्षेत्र में नजर तक न डालने की समझाइश बैठक में शामिल दूसरे नेताओं को दी गई।

बैठक में बात तब बिगड़ने लगी जब पार्टी के पुराने निष्ठावानों को अवसर देने का मुद्दा सामने आया। सभागृह नेता एकनाथ पवार पुराने भाजपाइयों को स्वीकृत सदस्य की दावेदारी देने के पक्ष में थे, जबकि दोनों विधायक अपने- अपने समर्थकों को मौका देकर उनपर हुए ‘अन्याय’ को दूर करने की भूमिका पर कायम थे। इसी मुद्दे पर विधायक लांडगे और सभागृह नेता पवार के बीच विवाद छिड़ा। शहराध्यक्ष रहे विधायक जगताप ने भोसरी के मामले में हस्तक्षेप करने से साफ इनकार कर दिया। नतीजन बात बढ़ते- बढ़ते एक-दूसरे पर दौड़े जाने तक पहुंच गई। इसी तनाव के चलते पवार का ब्लडप्रेशर बढ़ गया और उन्हें हॉस्पिटल में भर्ती कराने की नौबत आई। यही वजह रही कि वे आज दिनभर न तो किसी क्षेत्रीय कार्यालय के चुनाव में पहुंचे न ही पुराने भाजपाइयों के अनशन में। जब इस खबर की पुष्टि करने के लिए उनसे मोबाईल पर सम्पर्क किया गया तब उनके एक समर्थक ने उनके हॉस्पिटल में भर्ती रहने के खबर की पुष्टि की। बहरहाल भाजपा में मचा यह रणकन्दन आगे क्या रंग अख्तियार करेगा? इसकी ओर निगाहें गड़ गई हैं।