भोपाल महामुकाबला: हेमंत करकरे के पूर्व सहयोगी रिटायर्ड एसीपी देशमुख साध्वी प्रज्ञा के खिलाफ लड़ेंगे चुनाव

भोपाल : समाचार ऑनलाइन – भाजपा द्वारा भोपाल लोकसभा सीट पर साध्वी प्रज्ञा को टिकट देने के बाद राजनीतिक गरमा-गर्मी बढ़ गई है। यहां साध्वी कांग्रेस के बड़े नेता दिग्विजय सिंह के खिलाफ चुनाव लड़ेगी। इस बीच और एक बड़ी खबर सामने आ रही है। मालेगांव ब्लास्ट मामले में मुंबई पुलिस के दिवंगत एटीएस चीफ हेमंत करकरे की कथित रूप से छवि खराब करने से उनके एक पूर्व सहयोगी काफी आहत हैं। उन्होंने भोपाल सीट से बीजेपी कैंडिडेट साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर के खिलाफ चुनाव लड़ने का फैसला किया है।

बता दें कि मुंबई पुलिस के रिटायर्ड असिस्टेंट पुलिस कमिश्नर (एसीपी) रियाज देशमुख ने मंगलवार को भोपाल से बतौर निर्दलीय उम्मीदवार अपना पर्चा दाखिल किया। यानि अब साध्वी प्रज्ञा की टक्कर दिग्विजय के साथ-साथ देशमुख के साथ भी होना है। इसे अब भोपाल का महामुकाबले के तौर पर देखा जा रहा है। बता दें कि भोपाल सीट पर पांचवें चरण में 12 मई को मतदान है। रिपोर्ट के मुताबिक, प्रज्ञा ने विवादित बयान देकर खुद अपनी मुश्किलात बड़ा ली है। एक मीडिया पब्लिकेशन से बातचीत करते हुए रियाज देशमुख ने कहा कि जैसे ही प्रज्ञा की उम्मीदवारी का फैसला हुआ तभी मैंने उनके खिलाफ लड़ने का मन बना लिया था। क्योंकि मैं किसी को महाराष्ट्र पुलिस के सबसे बेहतरीन और ईमानदार अधिकारियों में से एक को बदनाम करते नहीं देख सकता था। करकरे ने सभी पेशेवर मामलों में मेरा मार्गदर्शन किया था और वह हमेशा मेरे साथ खड़े रहते थे।

बता दें कि 2008 के मालेगांव बम धमाकों में आरोपी साध्वी प्रज्ञा 2017 में जमानत मिलने से पहले 9 साल जेल में काट चुकी थीं। स्वास्थ्य आधार पर उन्हें कोर्ट में सुनवाई के दौरान व्यक्तिगत तौर पर पेश न होने की छूट मिली हुई है |

वहीं बात करें देशमुख कि तो वह 2016 में महाराष्ट्र के अमरावती से एसीपी के पद पर रहते हुए वह रिटायर हुए थे। वह पिछले तीन साल से औरंगाबाद में रहते हैं। उन्होंने तीन दशक से ज्यादा समय तक पुलिस फोर्स को अपनी सेवाएं दी हैं। रिटायरमेंट के वक्त वह अमरावती में क्राइम ब्रांच के मुखिया थे। इसके पहले वह अमरावती में ही क्राइम ब्रांच के इंस्पेक्टर थे।