नई दिल्ली : समाचार ऑनलाइन – भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के डिप्टी गवर्नर विरल आचार्य ने इस्तीफा दे दिया। बता दें कि उन्होंने अपना कार्यकाल समाप्त होने से 6 महीने पहले ही इस्तीफा दिया है। पिछले सात महीने में यह दूसरी बार है जब आरबीआई के किसी शीर्ष अधिकारी ने अपने पद से इस्तीफा दिया हो। इस्तीफे के कारणों का अभी तक कुछ पता नहीं चल पाया है। इससे पहले आरबीआई गवर्नर उर्जित पटेल ने दिसंबर 2018 में निजी कारणों का हवाला देते हुए अपने पद से त्यागपत्र दे दिया था। 23 जनवरी 2017 को आचार्य ने रिजर्व बैंक में डिप्टी गवर्नर के रूप में ज्वाइन किया था।
Reserve Bank of India (RBI) Deputy Governor, Viral Acharya has resigned six months before the scheduled end of his term. He had joined RBI in 2017. (file pic) pic.twitter.com/RyxAt6fmAN
— ANI (@ANI) June 24, 2019
2018 अक्टूबर में विरल आचार्य तब सुर्खियों में आए थे जब उन्होंने रिजर्व बैंक की स्वायत्तता को बरकरार रखने की जरूरत को लेकर बयान दिया था। पिछली दो मौद्रिक नीति समीक्षा के दौरान उन्होंने मॉनेटरी पॉलिसी कमेटी के बाकी सदस्यों से अलग राय रखी थी।
जानें कौन हैं विरल आचार्य –
विरल आचार्य ने आईआईटी मुंबई से से बी टेक करने के बाद उन्होंने 2001 में न्यूयॉर्क यूनिवर्सिटी से वित्त में पीएचडी की। विरल लंदन बिज़नेस स्कूल (एलबीएस) में भी अर्थशास्त्र का अध्यापन कर चुके हैं। विरल आचार्य न्यूयॉर्क विश्वविद्यालय के स्टर्न स्कूल में वित्त विभाग में 2008 से अर्थशास्त्र के प्रोफेसर हैं और 2017 में अवकाश लेकर उन्होंने रिजर्व बैंक के डिप्टी गवर्नर का पदभार संभाला था। रिपोर्ट्स के मुताबिक, विरल एक बार फिर अपने अध्यापन के क्षेत्र में वापसी करते हुए न्यूयॉर्क यूनिवर्सिटी में पढ़ाने के लिए जाएंगे।