मुंबई: समाचार ऑनलाइन- कल राज्य में एक नई सरकार गठित हो गई है. उसके तुरंत बाद, विपक्ष ने अपनी भूमिका निभानी शुरू कर दी. पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़नवीस और चंद्रकांत पाटिल कल शपथ ग्रहण समारोह में मौजूद थे। नए मुख्यमंत्री को देशभर से शुभकामनाएं मिलीं। फडणवीस ने भी ट्वीट कर नई सरकार की बधाई दी, लेकिन इसके तुरंत बाद उन्होंने एक ओर ट्वीट कर, नई सरकार पर टिका-टिप्पणी करना भी शुरू कर दिया. अब इस पर प्रतिक्रिया देते हुए, संजय राउत ने भी एक ट्वीट पोस्ट कर, फड़नवीस की चुटकी ली है.
इस ट्वीट में उन्होंने लिखा है कि, महाराष्ट्र में विरोधी पक्ष ही नहीं रहेगा, यह दावा करने वाले पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस को विरोधी दल नेता चुने जाने पर हार्दिक बधाई…!
महाराष्ट्र में विरोधी पक्ष ही नहीं रहेगा, यह दावा करने वाले पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस को विरोधी दल नेता चुने जाने पर हार्दिक बधाई…!
— Sanjay Raut (@rautsanjay61) November 28, 2019
रिश्ते को इस तरह ही बना रहने दें…
देवेंद्र फडणवीस और चंद्रकांत पाटिल कल शपथ ग्रहण समारोह में उपस्थित रहें, लेकिन उद्धव ठाकरे से मुलाकात किए बिना चले गए. इसके बाद, संजय राउत ने ट्वीट किया कि, शिवसेना मुख्यमंत्री महोदय के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने के लिए देवेंद्रजी फड़णवीस और मा. चंद्रकांत पाटिल को तहेदिल से धन्यवाद. यह रिश्ते इस तरह रहने दें.
शिवसेना मुख्यमंत्री महोदयांच्या शपथग्रहण सोहोळ्यास आवर्जून उपस्थित राहिल्या बद्दल मा.देवेंद्रजी फडणवीस व मा.चंद्रकांत पाटील यांना मनापासून धन्यवाद.
हे नाते असेच राहू दे.— Sanjay Raut (@rautsanjay61) November 28, 2019
फड़नवीस द्वारा शुरू की गई टिप्पणी –
चूँकि भाजपा राज्य में बहुमत साबित नहीं कर सकी, इसलिए भाजपा के लिए विरोधी खेमें में बैठने का समय आ गया. अब देवेंद्र फड़णवीस को भाजपा ने विधानसभा में विपक्ष के नेता के रूप में चुन लिया है.
कल ही सरकार बनी है और देवेंद्र फड़नवीस ने विपक्षी मोर्चे पर बैठे नेता की जिम्मेदारी का क्रियान्वयन करने की शुरुआत कर दी है. एक ट्वीट में फडणवीस ने कहा कि कल की पहली कैबिनेट बैठक में संघर्ष कर रहे किसानों को सहायता के बारे में चर्चा करने के बजाय, नई सरकार इस पर चर्चा कर रही है कि किस तरह से गुप्त बहुमत साबित किया जा सकता है. तो फिर बहुमत का दावा क्यों?
फडणवीस ने उठाए ये मुद्दे –
उन्होंने सवाल उठाते हुए कहा कि नियम के बाहर प्रोटेम स्पीकर की जल्दबाजी किसके लिए? खुद के विधायकों पर इतना अविश्वास क्यों ? भाजपा ने विपक्ष में बैठने की बात साफ करने के बाद भी लुका छिपी किसके लिए की जा रही है ?
महाविकास आघाडी ने सरकार गठन किया लेकिन सरकार में मंत्री पद के बंटवारे को लेकर अभी भी विवाद चल रहा है. राष्ट्रवादी के उपमुख्यमंत्री के साथ 15 मंत्री पद, कांग्रेस को 12 मंत्री पद लेकिन कांग्रेस के 13 मंत्री होंगे। पृथ्वीराज चव्हाण को अध्यक्ष पद या राजस्व विभाग चाहिए।
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