नई दिल्ली : समाचार ऑनलाइन – अभी-अभी एक बड़ी खबर सामने आ रही है। जिसमें देश के पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की SPG सुरक्षा वापस ली गई है। केंद्रीय गृह मंत्रालय ने मनमोहन सिंह की सुरक्षा घटा दी है। गृह मंत्रालय ने अब उन्हें केंद्रीय सुरक्षा बल का सुरक्षा कवर देने का फैसला किया है। यानि उन्हें अब जेड प्लस सुरक्षा दी जाएगी। मिली जानकारी के मुताबिक, मोदी सरकार की तरफ से यह फैसला विभिन्न खुफिया एजेंसियों रॉ और आईबी की तरफ से मिले इनपुट, कैबिनेट सचिव और गृह मंत्रालय के बीच तीन महीने की समीक्षा बैठक के बाद लिया गया है।
Ministry of Home Affairs (MHA): The current security cover review is a periodical and professional exercise based on threat perception that is purely based on professional assessment by security agencies. Dr. Manmohan Singh continues to have a Z+ security cover. pic.twitter.com/qYxxg2abI3
— ANI (@ANI) August 26, 2019
अभी किन-किन लोगों को मिल रही है एसपीजी सुरक्षा –
मनमोहन सिंह की एसपीजी सुरक्षा हटाने का फैसला रिव्यू में किया गया। यह सुरक्षा देश के बड़े नेताओं को दी गई है, इनमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और उनके बेटे राहुल गांधी और बेटी प्रियंका गांधी शामिल हैं। अब पूरे देश में इन्हीं चार लोगों के पास एसपीजी सुरक्षा कवर बच जाएगा।
इनकी भी घटी सुरक्षा –
गृह मंत्रालय की ओर से जारी आदेश के मुताबिक, आरजेडी अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव, बीएसपी सांसद सतीश चंद्र मिश्रा, यूपी बीजेपी के नेता संगीत सोम, बीजेपी सांसद राजीव प्रताप रूडी की सुरक्षा घटा दी गई। इसके अलावा केंद्र ने सुरेश राणा, एलजेपी सांसद चिराग पासवान, पूर्व सांसद पप्पू यादव की सुरक्षा में भी कटौती की।
ऐसा पहली बार हुआ –
ऐसा पहली बार नहीं हुआ है कि सरकार ने किसी पूर्व प्रधानमंत्री से एसपीजी सुरक्षा वापस ली हो। इससे पहले भी पूर्व प्रधानमंत्रियों की सुरक्षा और खतरे का आकलन करके उनसे एसपीजी सुरक्षा वापस ली जा चुके है। 20 साल पहले पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवेगौड़ा और वीपी सिंह से भी एसपीजी सुरक्षा वापस ली गई थी।
कैसे हुआ एसपीजी का गठन –
1981 से पहले तक भारत के प्रधानमंत्री और उनके आवास के सुरक्षा की जिम्मेदारी दिल्ली पुलिस उपायुक्त के नेतृत्व वाली स्पेशल सिक्योरिटी के हाथों में थी। अक्टूबर 1981 में इंटेलिजेंस ब्यूरो के कहने पर एक स्पेशल टास्क फोर्स का निर्माण किया गया। जो दिल्ली के अंदर और बाहर पीएम को सुरक्षा मुहैया करवाते थे। अक्टूबर 1984 में प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की उनके सुरक्षा गार्ड्स ने गोली मारकर हत्या कर दी थी। जिसके बाद पीएम की सुरक्षा को लेकर रिव्यू किया गया। इसके लिए सचिवों की समिति ने पीएम की सुरक्षा का रिव्यू किया।
निर्णय लिया गया कि पीएम की सुरक्षा को एक स्पेशल ग्रुप को दिया जाए जिसमें एक निर्दिष्ट अधिकारी का संगठित और प्रत्यक्ष नियंत्रण हो और एसटीएफ दिल्ली और दिल्ली से बाहर पीएम को तत्काल सुरक्षा देगी। इसी वजह से एसपीजी का गठन हुआ।