बिहार का जनादेश भाजपा का बलात्कार, इसकी पैदाईश नीतीश कुमार, RJD नेता का विवादित बयान 

पटना, 16 नवंबर : बिहार विधानसभा चुनाव के परिणाम में आरजेडी और कांग्रेस महागठबंधन को बहुमत से 12 सीटें कम  आई है। जबकि एनडीए को बहुमत से अधिक 125 सीटें मिली है।  लेकिन काउंटिंग में भाजपा और नीतीश कुमार पर राजद लगातार गड़बड़ी करने का आरोप लगा रही है। नीतीश कुमार के मुख्यमंत्री पद की शपथ समारोह का राजद ने बहिष्कार किया है।  साथ ही 15 सीटों पर क़ानूनी लड़ाई की चेतावनी दी है।

इस बीच राजद बिहार अध्यक्ष जगदानंद सिंह ने नीतीश कुमार के शपथग्रहण समारोह का बहिष्कार करते हुए विवादित बयान दिया है।  जगदानंद सिंह ने कहा कि भाजपा ने बिहार के जनादेश का बलात्कार किया है और नीतीश कुमार उसकी पैदाईश है।  नीतीश कुमार भाजपा की गोद में खेलेंगे । इससे पहले भी विश्वासघात करके वह मुख्यमंत्री बन चुके है।  नीतीश कुमार विश्वासघात से मुख्यमंत्री बनते रहे है।  इस बार मुख्यमंत्री होते हुए भी मुख्यमंत्री नहीं होंगे।  भाजपा की गोद में खेलेंगे।  पुरे बिहार की जनता और मतदाताओं का भाजपा ने बलात्कार किया है।  जनादेश की चोरी है।  इससे नीतीश कुमार की पैदाईश है।
चुनाव आयोग ने राजद के गड़बड़ी के आरोप को पहले ही ख़ारिज कर चुकी है।

नीतीश कुमार के सामने होगी ये चुनौती

नीतीश कुमार इससे पहले भी कई बार अपना रुख बदल चुके है।  कभी वह मोदी के बड़े विरोधी हुआ करते थे।  लेकिन तब उनके विधायकों की संख्या भाजपा से अधिक थी।  इसलिए सरकार पर उनका वर्चस्व था।  लेकिन अब स्थिति बदल गई है।  भाजपा के विधायकों की संख्या बढ़ने से नीतीश कुमार पर सरकार का नेतृत्व रहेगा लेकिन फिर भी सरकार पर भाजपा का वर्चस्व रहेगा।  कई महत्वपूर्ण विभाग भाजपा के पास जा सकता है। ऐसे में इस सरकार का नेतृत्व करना नीतीश कुमार के लिए बड़ी चुनौती होगी।

महागठबंधन में विवाद बढ़ा

महागठबंधन के लिए कांग्रेस ही रास्ते का कांटा बन गई है।  कांग्रेस ने इस चुनाव में 70 सीटों पर अपने उम्मीदवार खड़े किये थे।  लेकिन इन 70 उम्मीदवारों के लिए 70 सभाएं भी नहीं की।  राहुल गांधी प्रचार के लिए केवल तीन दिन बिहार में रुके।  प्रियंका गांधी नहीं गई थी।  राजद नेता शिवानंद तिवारी ने यह आरोप लगाया हैं।  इस पर कांग्रेस नेता प्रेमचंद्र मिश्रा ने कहा है कि वह गिरिराज सिंह और शाहनवाज हुसैन की भाषा बोल रहे है। यह बात हमें मंजूर नहीं।  गठबंधन धर्म और हर पार्टी के सम्मान का पालन होना चाहिए।