डैमेज कंट्रोल के लिए भाजपा प्रभारी पिंपरी चिंचवड़ में

असंतुष्टों को रिझाने की कोशिश; बैठक से नदारद रहे कई नगरसेवक व पदाधिकारी
पिंपरी। महज आठ से नौ माह की दूरी पर रहे पिंपरी चिंचवड़ मनपा के आम चुनाव की पृष्ठभूमि पर सत्तादल भाजपा के नगरसेवकों की नाराजगी उग्र रूप धारण कर सकती है। करीबन 25 नगरसेवक राष्ट्रवादी कांग्रेस में शामिल होने की संभवना जताई जा रही है। उसी में कुछ नगरसेवकों ने हालिया उपमुख्यमंत्री अजीत पवार से मुलाकात भी की। इन हालातों में डैमेज कंट्रोल के लिए भाजपा पिंपरी चिंचवड़ प्रभारी व विधायक माधुरी मिसाल ने नाराज नगरसेवकों के साथ बैठक की। इसमें उन्होंने नगरसेवकों को रिझाने की कोशिश की और उनकी नाराजगी को विपक्षी नेता देवेंद्र फडणवीस तक पहुंचाने का भरोसा दिलाया।
प्रभारी माधुरी मिसाल ने नगरसेवकों के साथ वन टू वन संवाद साधा और यह जानने की कोशिश की कि आखिर पार्टी के साथ उनके नाराजगी की वजह क्या है। इसके अलावा दापोडी, कासारवाडी, वल्लभनगर भाजपा मंडल के प्रभारी विधायक सुनील कांबले ने नगरसेवकों और पदाधिकारियों से ब्यौरा हासिल किया। बहरहाल पार्टी की प्रभारी के शहर में बने रहने के दौरान नगरसेवकों और पदाधिकारियों ने इस बैठक की ओर पीठ घुमाई। जानकारों की मानें तो इस बैठक में भाजपा के आधे से भी कम नगरसेवक मौजूद रहे। पार्टी प्रभारी की बैठक को लेकर नगरसेवकों की अनास्था जहां चर्चा का विषय बनी हुई है वहीं सत्तादल के लिए चिंता का सबब भी बन गई है।
गौरतलब है कि पिंपरी चिंचवड़ मनपा के आम चुनाव साल भर से कम दूरी पर है। बीते चार सालों में कई नगरसेवकों को कोई पद नहीं मिला है और अब आखिरी साल भी शुरू हो चुका है। उसी में आला नेताओं के आपसी मतभेदों और मनमुटाव के चलते नगरसेवक बेवजह पीसे चले गए। इस वजह से भाजपा नगरसेवकों में नाराजगी का माहौल है। कई नगरसेवक राष्ट्रवादी कांग्रेस का दामन थामने की तैयारी में हैं। हालिया कुछ नगरसेवकों ने उपमुख्यमंत्री अजीत पवार से मिलकर सियासी गलियारों में खलबली मचा दी। इन तमाम हालातों में भाजपा नींद से जाग उठा है और डैमेज कंट्रोल में जुट गया है। पार्टी की शहर प्रभारी विधायक माधुरी मिसाल का दौरा और बैठक इसी डैमेज कंट्रोल का हिस्सा बताया जा रहा है।