भाजपा विधायक के बोल: ताजमहल को राममहल कहना चाहिए

वाराणसी। समाचार एजेंसी

अपने विवादित बयानों से हमेशा मीडिया के सुर्खियों में रहनेवाले बलिया के बैरिया से सत्तादल भाजपा के विधायक सुरेंद्र सिंह एकबार फिर विवादित बयान देकर सुर्खियों में छाए हुए हैं। इस बार उन्होंने ताजमहल को लेकर बड़ा बयान देते हुए कहा, मुस्लिम शासकों के नाम बने रोड और स्मारक का नाम बदल देना चाहिए। ताजमहल को राम महल या कृष्ण महल कर देना चाहिए। वहीं विक्टोरिया पैलेस को जानकी पैलेस या पार्वती पैलेस कर देना चाहिए।

उन्होंने कहा, जितने भी नाम मुस्लिम आक्रांताओं के नाम पर रखे गए हैं, सभी को बदल देना चाहिए। उनकी जगह राष्ट्रभक्तों का नाम होना चाहिए। मुसलमानों में भी हमारे भाई राष्ट्रभक्त थे और आज भी हैं। अकबर, बाबर, औरंगजेब की जगह पूर्व राष्ट्रपति डॉ एपीजे अब्दुल कलाम, अब्दुल हमीद जैसे नाम होने चाहिए। ताजमहल का नाम बदलकर राममहल या कृष्णमहल कर देना चाहिए।  मुगलसराय जंक्शन का नाम बदलने पर उन्होंने कहा कि ये बहुत अच्छा काम किया गया। इस तरह के नामों को बदल देना चाहिए। हुमायूं रोड, अकबर रोड, औरंगजेब रोड के नाम भी बदल देने चाहिए।

जब उनसे पूछा गया कि नाम बदलने पर क्या फर्क पड़ता है तो उन्होंने कहा बिल्कुल फर्क पड़ता है। कोई मां-बाप अपने बेटे का नाम चंबल के डकैत के नाम पर रखता है क्य़ा। कहा, नाम बदलने से इंसान के संस्कार बदल जाते हैं। ज्ञात हो कि, विधायक सुरेंद्र सिंह हमेशा विवादास्पद बयान देते रहते हैं। पंचायत चुनाव के दौरान पश्चिम बंगाल में बीजेपी की हार के बाद उन्होंने सीएम ममता बनर्जी को तारकासुर और सूर्पणखा तक कह दिया था। आगामी चुनाव में तारकासुर का वध होगा और बंगाल में भगवा लहराएगा।

एक बयान में उन्होंने भाजपा साधकों की पार्टी बताकर कांग्रेस, सपा और बसपा को कौरव बताया था, जबकि भाजपा को पांडव बताया था। अन्य एक बयान में कहा था कि जहां एक विशेष वर्ग का दबदबा है, वहां हिंदू सुरक्षित नहीं हैं। अगर हिंदुओं को सुरक्षित रहना है तो उन्हें केवल भाजपा और मोदी को वोट करना होगा। उनकी माने तो मऊ में हिंदू सुरक्षित नहीं है। अगर आप खुद को सुरक्षित रखना चाहते हैं तो केवल नाम और काम पर वोट देने की जरूरत नहीं है। सभी हिंदुओं को अपने सम्मान के लिए आंख मूंदकर मोदी को वोट करना चाहिए।