भाजपा का पलटवार; यह संविधान नहीं राहुल बचाओ अभियान

नई दिल्ली: देश से जुड़े गंभीर मुद्दों पर भाजपा नेता त्वरित प्रतिक्रिया देने से भले ही बचते रहें, लेकिन विपक्ष के आरोपों का जवाब देने में वो बिल्कुल भी देर नहीं लगाते। ‘संविधान बचाओ अभियान’ की शुरुआत के मौके पर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी पर बोले गए हमले के जवाब में भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा ने बाकायदा प्रेस कॉन्फ्रेंस कर शब्दबाण छोड़े। उन्होंने कहा कि ये लोकतंत्र और वंशवाद की लड़ाई है, भाजपा ने लोकतंत्र को आगे बढ़ाने का काम किया है।

नेहरू से राजीव तक का जिक्र
भाजपा प्रवक्ता ने इस दौरान पूर्व प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू और इंदिरा गांधी पर भी हमला बोला। पात्रा ने कहा कि नेहरू ने प्रधानमंत्री बनने के लिए देश का बंटवारा होने दिया तो वहीं इंदिरा गांधी ने देश में इमरजेंसी लागू की। संबित पात्रा ने कहा कि राजीव गांधी का 84 दंगों के लेकर दिया गया बयान सभी को याद है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी ने देश में सत्ता पाने के लिए 3000 सिखों की हत्या करवा दी।

…वह क्या बोलेगा
संबित ने कहा कि कांग्रेस पार्टी को सुप्रीम कोर्ट, पीएमओ, सेना, चुनाव आयोग, आधार कार्ड, आरबीआई, राष्ट्रपति पर भी विश्वास नहीं है। आज राहुल गांधी ने कहा कि उन्होंने देश को संविधान दिया ये बाबा साहेब अंबेडकर का अपमान है। उन्होंने कहा कि जो व्यक्ति खुद 15 पंक्ति नहीं लिख सकता वो आज कह रहा है कि 15 मिनट बोलने नहीं दिया जा रहा है। जो व्यक्ति बिना मोबाइल में देखे एक मिनट नहीं बोल सकता वह 15 मिनट क्या बोलेंगे।

गुस्से की वजह
भाजपा नेता ने कहा कि राहुल गांधी एक असफल नेता हैं, इसलिए वे इस प्रकार के मुद्दे उठा रहे हैं। ये संविधान बचाओ नहीं राहुल बचाओ अभियान है। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी का ये गुस्सा इसलिए था क्योंकि कहीं न कहीं आज परिवारवाद मात खा रहा है और साधारण जनता सत्ता तक पहुंच रही है।