मावल के बाद शिरूर में भी भाजपा- शिवसेना का मनोमिलन

पिंपरी : समाचार ऑनलाईन – बीते दिन शिवसेना सांसद श्रीरंग बारणे द्वारा अपने पुराने सियासी दुश्मन भाजपा शहराध्यक्ष व विधायक लक्ष्मण जगताप से मुलाकात किये जाने के बाद शुक्रवार को शिवसेना के दूसरे सांसद शिवाजीराव आढलराव पाटिल ने भी भोसरी में भाजपा विधायक महेश लांडगे से मुलाकात की। हालांकि बारणे- जगताप की मुलाकात का ब्यौरा अब तक नहीं मिल सका मगर आढलराव- लांडगे मुलाकात की तस्वीरेँ वायरल हो गई हैं। विधानसभा चुनाव में भोसरी की सीट भाजपा को देने और उसके प्रत्याशी को पूरा सहयोग देने की शर्त पर भाजपा आढलराव के प्रचार के लिए तैयार होने की खबर है।
ज्ञात हो कि लोकसभा चुनाव की घमासान के बीच पिंपरी चिंचवड में भाजपा व शिवसेना के बीच सूरताल नहीं बैठ सकने से शिवसेना प्रत्याशियों की चिंता बढ़ गई है। भाजपा नगरसेवकों में शिवसेना के मौजूदा सांसदों के प्रति नाराजगी कायम नजर आयी। नगरसेवकों ने साफ कर दिया कि वे उनके नेताओं पर शिवसेना सांसदों द्वारा किये गए आरोपों व टीका- टिप्पणियों को भूला नहीं सकते। इसकी क्या गारंटी है कि विधानसभा चुनाव में शिवसेना भी भाजपा के प्रति ईमानदार रहेगी? हालांकि भाजपा शहराध्यक्ष व विधायक लक्ष्मण जगताप व महेश लांडगे ने नगरसेवकों को स्पष्ट कहा कि, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हाथ मजबूत करने के लिए युति धर्म का पालन करना होगा। मगर नगरसेवकों की नाराजगी कायम रहने से शिवसेना प्रत्याशियों की राह मुश्किल नजर नहीं आ रही थी।

भाजपा- शिवसेना

भाजपा विधायकों और उनके समर्थकों की नाराजगी दूर करने के लिहाज से शिवसेना ने एक कदम आगे बढ़ाया है। कल मावल के सांसद और प्रत्याशी श्रीरंग बारणे ने अपने कट्टर विरोधी रहे भाजपा शहराध्यक्ष व विधायक लक्ष्मण जगताप से मुलाकात की। उनके खेमे से दोनों के बीच सकारात्मक चर्चा का दावा किया गया, हालांकि जगताप के खेमे से इस तरह के खबर की अब तक कोई पुष्टि नहीं की गई। इसी बीच जगताप और शिवसेना नेता डॉ नीलम गोरहे की भी मुलाकात हुई। उन्होंने भी जगताप की नाराजगी दूर करने की कोशिश की। इन मुलाकातों के बाद शुक्रवार को एक और मुलाकात ने सियासी गलियारों में खलबली मचा दी। शिवसेना के सांसद व शिरूर के प्रत्याशी शिवाजीराव आढलराव पाटिल ने भोसरी में भाजपा विधायक महेश लांडगे से उनके दफ्तर में जाकर मुलाकात की गई। दोनों के बीच सकारात्मक चर्चा की खबर है, लोकसभा के बदले विधानसभा चुनाव में सहयोग की गारंटी लेकर लांडगे ने प्रचार में सक्रिय होने के संकेत दिए।
ज्ञात हो कि, पिंपरी चिंचवड के समावेश वाली मावल और शिरूर लोकसभा की सीटें शिवसेना के पास है। मावल के सांसद श्रीरंग बारणे और भाजपा शहराध्यक्ष लक्ष्मण जगताप एवं शिरूर के सांसद शिवाजीराव आढलराव पाटिल व भाजपा विधायक महेश लांडगे के बीच 36 का आंकड़ा है। युति से पहले तक भाजपा के दोनों विधायक भी मावल और शिरूर से इच्छुक थे। शिवसेना सांसदों और भाजपा विधायकों के बीच पूरे पांच सालों तक सियासी वॉर छिड़ा रहा। दोनों भी एक- दूसरे को कहीं भी नीचा दिखाने में पीछे नहीं हटे। युति होने के बाद इन चारों पर एक- दूसरे के कंधे पर हाथ रखने की नौबत आई है। मगर भाजपा के दोनों विधायक और उनके समर्थक इसके लिए दिल से तैयार नजर नहीं आ रहे थे। विधायक जगताप ने तो पहली ही समन्वय बैठक में अनुपस्थित रहकर अपनी नाराजगी जाहिर कर दी। यही नहीं एक समारोह में वे राष्ट्रवादी कांग्रेस के प्रत्याशी पार्थ पवार के साथ भी नजर आए। विधायक महेश लांडगे और सांसद शिवाजीराव आढलराव के बीच भी 36 का आंकड़ा है। एक- दूसरे के समर्थकों के निर्वाचन क्षेत्रों के कामों में खलल पैदा करने से लेकर एक- दूसरे पर कीचड़ उछालने का सिलसिला पूरे पांच साल जारी रहा। उनके नगरसेवकों में सांसद आढलराव द्वारा विधायक लांडगे पर किए गए व्यक्तिगत आरोपों और टिप्पणियों को लेकर कड़ी नाराजगी रही। इसका असर लोकसभा चुनाव के प्रचार पर नजर आ रहा था। अब चारों नेताओं की मुलाक़ात के बाद शिवसेना और भाजपा नेताओं व कार्यकर्ताओं के मनोमिलन के संकेत मिल रहे हैं।