नहीं दे सकते रोजगार तो छीनने का भी नहीं है अधिकार

सभागृह में गूंजा प्लास्टिक बंदी का मुद्दा; सत्तादल ने कार्रवाई पर जताया ऐतराज

पिंपरी। पुणे समाचार ऑनलाइन

मंदी के माहौल में जब हम किसी को रोजगार नहीं दे सकते हैं तो हमें किसी का रोजगार को छीनने का भी कोई अधिकार नहीं है। इन शब्दों में प्लास्टिक बंदी के तहत पिंपरी चिंचवड़ शहर में मनपा द्वारा की जा रही दंडात्मक कार्रवाई पर खुद सत्तादल भाजपा ने कड़ा ऐतराज जताया। बुधवार को सर्व साधारण सभा में भी प्लास्टिक बंदी का मुद्दा गुंजा और वैकल्पिक व्यवस्था होने और स्टॉक खत्म होने तक कार्रवाई न करने की मांग की गई। हांलाकि इस पर न तो प्रशासन ने कोई जवाब दिया न ही महापौर ने उसे कोई आदेश दिये।

महापौर नितिन कालजे की अध्यक्षता में संपन्न हुई इस सभा में पूर्व उपमहापौर व सत्तादल की मौजूदा नगरसेविका माई ढोरे ने प्लास्टिक बंदी की अमलबाजी के तहत जारी जुर्माना वसूलने की कार्रवाई का मुद्दा उठाया। मनपा की इस कार्रवाई के चलते उनके प्रभाग सांगवी में कई व्यापारियों ने अपनी दुकानें बंद कर दी है। प्लास्टिक बंदी पर शत प्रतिशत अमल होना चाहिए, इसमें कोई दो राय नहीं है। मगर सीधे सीधे जुर्माना वसूलने की कार्रवाई कर व्यापारियों को प्रताड़ित करना गलत है। मनपा की इस कार्रवाई को पूर्णतः गलत करार देकर माई ने मनपा के स्वास्थ्य निरीक्षकों की ‘वसूली’ की ओर सभागृह का ध्यानाकर्षित किया।

अभी प्लास्टिक बंदी की अमलबाजी के नियम तय होने है मगर हमारे स्वास्थ्य निरीक्षक तुरंत दुकानदारों के पीछे लग गए हैं। सभी दुकानदार लक्ष्मी रोड वाले बड़े नहीं है, ऐसी कार्रवाई से तो उनकी दुकानें ही चौपट हो जाएगी। अगर रोजगार दे नहीं सकते तो किसी का रोजगार छीनने का भी हमें कोई हक नहीं। दुकानदारो को पूर्व सूचना देकर उन्हें मोहलत देने की मांग भी उन्होंने की। वहीं सत्तादल की दूसरी नगरसेविका प्रियंका बारसे ने भी कहा, प्लास्टिक बंदी की कार्रवाई मनपा अधिकारी व कर्मचारियों के लिए भ्रष्टाचार का जरिया न बन जाय इसका ध्यान रखने की जरूरत बताई। बहरहाल इस मुद्दे पर प्रशासन ने कोई स्पष्टीकरण नहीं दिया न ही महापौर ने उसे कोई आदेश दिया, नतीजन यह चर्चा निरर्थक साबित हुई।