सावधान! उजनी बांध के पानी से कैंसर का खतरा

सोलापुर: समाचार ऑनलाइन – क्या उजनी बांध के पानी से कैंसर हो सकता है? सोलापुर विद्यापीठ द्वारा इस विषय पर किये गए अध्ययन में ये बात सामने आई है कि बांध के पानी में पारा और कई रासायनिक घटक मौजूद हैं। लिहाजा बांध के पानी के सेवन से कैंसर का खतरा है।

उजनी बांध से सोलापुर सहित उस्मानाबाद, पुणे और अहमदनगर जिले की कुछ तहसीलों में जलापूर्ति की जाती है। सोलापुर, पंढरपुर, बार्शी, सांगोला, मंगलवेढा, अक्कलकोट, कुर्डुवाडी,करमाला और उस्मानाबाद जैसे शहरों के साथ-साथ 400 से अधिक गांव के लोग उजनी बांध के पानी का सेवन करते हैं। अध्ययन में पाया गया है कि बांध का पानी इंसान ही नहीं जानवरों के पीने के लायक भी नहीं है।

सोलापुर विद्यापीठ के शोधकर्ताओं ने पानी के आठ नमूने लिए थे। एक टीम ने पानी में उपस्थित रासयनिक घटकों का अध्ययन भी किया। प्रकल्प संचालक डॉक्टर गौतम कांबले ने बताया कि पानी में डीजल, ऑक्सीजन, बायोकेमिकल, केमिकल, ऑक्सीजन डिमांड, नाइट्रेट और सल्फेट पाए गए हैं। पुणे, भिगवण, इंदापुर इन स्थानों के औद्योगिक क्षेत्रों का दूषित पानी बांध में आकर मिलता है। आसपास की खेती में दिया जाने वाला रासयनिक खाद, कीटनाशक मिश्रित पानी भी बांध के पानी को दूषित करता है। बांध में सीसा, पारा और बहुत की घातक रासायनिक तत्व भी मिले हैं। कांबले के मुताबिक, बांध का पानी पीने से मलेरिया, कॉलरा जैसी बीमारियों के साथ पाचन क्षमता भी प्रभावित होती है।