नई दिल्ली : समाचार ऑनलाइन – अभी-अभी एक बड़ी खबर सामने आ रही है। सीबीआई ने ट्रायल कोर्ट से बोफोर्स की दोबारा जांच करने की इजाज़त मांगी है। बता दें कि इस मामले में सीबीआई ने आगे की जांच करने के लिए रोज़ एवेन्यू कोर्ट, नई दिल्ली में आवेदन करके अनुमित मांगी थी पर कोर्ट ने कहा कि इस मामले में अनुमति लेने की ज़रूरत नहीं है बल्कि कोर्ट को सूचना दे देना ही काफी है।
बोफोर्स कांड – बोफोर्स कांड का खुलासा 1987 में हुआ था। इसमें तत्कालीन राजीव गांधी सरकार के ऊपर स्वीडने की कंपनी बोफोर्स को भारतीय सेना को तोपें सप्लाई करने के लिए 64 करोड़ रुपये की दलाली लेने का आरोप लगाया गया था। इसके बाद राजीव गांधी की सरकार गिर गई थी। रिपोर्ट्स के मुताबिक, स्वीडन के रेडियो ने सबसे पहले 1987 में इसका खुलासा किया था।
CBI had filed an application seeking permission to conduct further investigation on 16 May in the Court of CMM, Rouse Avenue Courts, New Delhi. The Court stated that permission is not mandatory and an intimation to the Court in this regard will suffice. https://t.co/c5FhaSpAuN
— ANI (@ANI) May 16, 2019
आरोप – आरोप था कि राजीव गांधी परिवार के नजदीकी बताए जाने वाले इतालवी व्यापारी ओत्तावियो क्वात्रोक्की ने इस मामले में बिचौलिये की भूमिका अदा की, जिसके बदले में उसे दलाली की रकम का बड़ा हिस्सा मिला। स्वीडन की हथियार कंपनी बोफोर्स ने भारत के साथ सौदे के लिए 1.42 करोड़ डॉलर की रिश्वत बांटी थी। कुल चार सौ बोफोर्स तोपों की खरीद का सौदा 1.3 अरब डालर का था |