छत्तीसगढ़ पुलिस द्वारा गिरफ्तार अभय नायक का भीमा कोरेगांव हिंसा से ‘कनेक्शन’

रायपुर/पुणे। समाचार एजेंसी/पुणे समाचार ऑनलाइन

छत्तीसगढ़ पुलिस की एसआईबी द्वारा माओवादियों के अंतरराष्ट्रीय नेटवर्क के सदस्य अभय देवदास नायक को हाल ही में दिल्ली एयरपोर्ट से गिरफ्तार किया है। यह गिरफ्तारी एक जून को गई है, जिसकी घोषणा छत्तीसगढ़ पुलिस ने बीते दिन किया है। अभय की गिरफ्तारी पुलिस व सुरक्षा बलों के लिए बड़ी कामयाबी मानी जा रही है, वहीं उसका महाराष्ट्र में पुणे के भीमा कोरेगांव की हिंसा के साथ भी ‘कनेक्शन’ रहने का खुलासा किया गया है।

पुलिस के मुताबिक अभय देवदास नायक नायक उर्फ लोड्डा (34) निवासी बेंगलुरु, कर्नाटक को विकल्प व अन्य नामों से भी जाना जाता है। उसपर पूरे देश मे सोशल मीडिया के माध्यम से माओवादी विचारधारा को फैलाने का आरोप है। इतना ही नहीं पुणे के भीमा कोरेगॉव की हिंसा फैलाने के आरोप में महाराष्ट्र पुलिस द्वारा गिरफ्तार किए गए शहरी माओवादियों से अभय के करीबी संबंध भी बताए जा रहे हैं। इस हिंसा को लेकर पुणे पुलिस ने माओवादियों के जिस शहरी नेटवर्क के जिन सदस्यों को गिरफ्तार किया है, उनसे अभय नायक के संबंध हैं। विदेश जाने से पहले अभय भीमा कोरेगांव गया था, यह भी सामने आया है।

यही नहीं अभय म माओवादियों के शहरी नेटवर्क और बड़े लीडर से भी आरोपी के सीधे संबंधों की जानकारी मिली है। पिछले दो वर्षों में वह माओवाद और आतंकवाद प्रभावित 18 देशों का दौरा कर चुका है। अभय को विदेश यात्रा और देश मे शहरी मूवमेंट चलाने के लिए फंडिंग कहां से हुई, छत्तीसगढ़ पुलिस फिलहाल इसकी जांच में जुटी है। पुलिस के मुताबिक गिरफ्त में आये अभय नायक के सीने में ऐसे कई राज छुपे हैं, जिनके खुलने के बाद देश और विदेश में फैले माओवाद के नेटवर्क का पता चल सकता है। राज्य के नक्सल प्रभावित बस्तर क्षेत्र के पुलिस महानिरीक्षक विवेकानंद सिन्हा ने भाषा को बताया कि अभय माओवादी संगठन के ओवर ग्राउंड नेटवर्क का महत्वपूर्ण कैडर है। अभय के द्वारा नेटवर्क से जुड़े ओवर ग्राउंडेड लोगों के कई नामों का खुलासा किया गया है। 2017 में बस्तर जिले के दरभा क्षेत्र में नक्सलियों ने पुलिस दल को नुकसान पहुंचाने के लिए बारूदी सुरंग लगाया था। इस दौरान पुलिस ने अभय और विकल्प के नाम से नक्सली पर्चा और साहित्य बरामद किया था। तब पुलिस की छानबीन की अभय के बारे में अहम जानकारी मिली थी।

अभय पर आधुनिक तकनीक के उपयोग से ब्लाग, सोशल मीडिया और प्रेस विज्ञप्ति के माध्यम से माओवादियों के विचारधारा के प्रचार प्रसार का आरोप है। उसकी गतिविधियों पर बस्तर पुलिस और एसआईबी पिछले डेढ़ वर्ष से नजर रखी हुई थी। उसने फरवरी तथा मई 2017 में बेल्जियम, फ्रांस, नीदरलैण्ड, युनाइटेड किंगडम, रूस, नेपाल और मैक्सिको समेत 15 देशों की यात्रा की है। इस दौरान अभय ने सामाजिक और आर्थिक रूप से पिछड़े देशों तथा कोआर्डिनेशन कमेटी आफ माओस्टि पार्टी एंड आर्गेनाईजेशन आफ साउथ एशिया के देशों का भ्रमण किया है। मई 2017 में अभय के खिलाफ लुक आउट नोटिस जारी किया गया था। स्वेदश वापसी के दौरान अभय को इस महीने की एक तारीख को गिरफ्तार किया गया तथा उसे पुलिस रिमांड में लिया गया। अभय माओवादी नेता गुडसा उसेंडी, विकल्प:दंडकारण्य स्पेशल जोनल कमेटीः, शशि पटनायक:स्पेशल जोनल कमेटी उड़ीसाः, कर्नाटक स्टेट कमेटी प्रवक्ता गंगाधर, जीएन साई बाबा, रोना विल्सन आदि से ई मेल के माध्यम से लगातार संपर्क में था।