चीनी नागरिक की करामात… अवैध ऐप के जरिए बांटता था लोन, री-पेमेंट के नाम पर वसूलता था दोगुना 

हैदराबाद. ऑनलाइन टीम : देश में चीनी घुसपैठ का अजीबोगरीब मामला सामने आया है। यह मामला भारत जैसे देश में जहां लोग अपनी आवश्यकता की सामान्य पूर्ति के लिए ऋण पर आश्रित होते हैं, उनकी बोटी नोचने का काम कर रही है। चीन के एक व्यक्ति ने ऐसा ही जाल बिछाकर सैकड़ों लोगों को फंसाया। साइबराबाद पुलिस ने 11 फर्जी ऐप्स के जरिए लोन देने के नाम पर लोगों से धोखाधड़ी करने वाले इस गैंग का पर्दाफाश किया है। इस गैंग से जुड़े एक चीनी नागरिक समेत 4 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस ने इनके एक बैंक अकाउंट को भी सीज किया है। इस अकाउंट में करीब 2 करोड़ रुपये भी मिले हैं।

साइबराबाद पुलिस ने बताया कि सुनियोजित तरीके से इस धंधे को अंजाम दिया जा रहा था। जानकारी मिली थी कि साइबराबाद स्थित एक प्राइवेट फर्म की गतिविधियां कुछ ठीक नहीं लग रहीं। पिछले कुछ दिनों से वहां कुछ लोगों की उपस्थिति बढ़ रही है, लेकिन मामला पेचीदा लग रहा है। इस जानकारी के आधार पर नजर रखी गई, तो चौंकाने वाला खुलासा हुआ।

पुलिस कमिश्नर वीसी सज्जनहार ने बताया कि क्यूबेवो टेक्नॉलजी प्राइवेट लिमिटेड नाम से यहां कॉल सेंटर चल रहा था। इसका कर्ता-धर्ता एक चीनी नागरिक था। वह शंघाई से भारत में बिजनस वीजा पर आया था। यहां आने के बाद एक तरह से उसने रेकी की और फिर गुड़गांव के पते पर एक कंपनी रजिस्टर की थी। विश्वास के लिए कुछ लोगों को दोस्त बनाया और फिर उनकी आड़ में 11 माइक्रो लोन ऐप्स बनाए। इस काम में इन लोगों ने सिंगापुर की एक कंपनी की मदद भी ली थी। इसके बाद इन लोगों ने देश भर में तमाम कॉल सेंटर बनाए।

कॉल सेंटर के बहाने ये लोगों के लोन देने लगे। जो फंस गया, उसे झांसे में लेकर री-पेमेंट के नाम पर  दोगुने से भी ज्यादा पैसे वसूलते थे। खास बात ये कि इस पैसे में मूलधन के अलावा इंट्रेस्ट, जीएसटी, डिफॉल्ट चार्जेस, प्रोसेसिंग फीस और पेनॉल्टी के नाम पर पैसे वसूल लिए जाते थे। लोन के पैसे नहीं लौटाने पर धमकियां और गालियां दी जातीं।  लोन देने वाले लोगों को 7 दिन से लेकर 15 दिन तक की मियाद दी जाती थी। निर्धारित अवधि के बाद शुरू हो जाता था इनका असली खेल। गुंडागर्दी के लिए ये लोग स्थानीय लोगों की सहायता लेते थे, जिन्हें चंद पैसे देकर एक तरह से भाड़े पर बुलाया जाता था। साइबराबाद पुलिस ने ऐसे 8 मामले दर्ज किए थे, जिसके बाद इन लोगों की तलाश की जा रही थी। इसी क्रम में हैदराबाद में शुक्रवार को छापेमारी की गई, जिसमें इन सभी लोगों को गिरफ्तार किया गया।