नागरिकता संशोधन बिल : नॉर्थ-ईस्ट में उबाल, त्रिपुरा में दो महीने के बच्चे की मौत, मोबाइल इंटरनेट बंद

त्रिपुरा : समाचार ऑनलाइन – नागरिकता संशोधन विधेयक लोकसभा में पास होने के बाद से पूर्वोत्तर में भारी विरोध हो रहा है। लोग मंगलवार को सड़कों पर उतर आए। असम, मणिपुर, त्रिपुरा में संगठनों ने बंद बुलाया। सुरक्षाबलों के साथ हिंसक झड़प भी हुई। त्रिपुरा में प्रदर्शनकारियों ने गैरआदिवासियों की दुकानों में आग लगा दी। इस दौरान बाजार, स्कूल-कॉलेज और वित्तीय संस्थान बंद रहे। डिब्रूगढ़ और जोरहाट में आगजनी भी हुई। मालीगांव क्षेत्र में प्रदर्शनकारियों ने सरकारी बसों पर पत्थरबाजी की और एक बाइक को आग के हवाले कर दिया। असमी फिल्म कलाकारों ने चांदमारी क्षेत्र में विरोध प्रदर्शन किया।

इन संगठनों ने बुलाया है बंद –
असम में ऑल स्टूडेंट्स यूनियन, नॉर्थ ईस्ट स्टूडेंट्स ऑर्गेनाइजेशन, वामपंथी संगठनों-एसएफआई, डीवाईएफआई, एडवा, एआईएसएफ और आइसा ने 11 घंटे बंद बुलाया। उधर, दिल्ली में भी बिल के खिलाफ लोगों ने मंगलवार को जंतर-मंतर पर विरोध-प्रदर्शन किया गया। प्रदर्शन में जेएनयू, डीयू और जामिया मिलिया इस्लामिया के छात्रों समेत कई नौकरीपेशा लोग भी शामिल हुए।

विरोध-प्रदर्शन के दौरान सड़क अवरुद्ध होने के कारण अस्पताल ले जाते समय दो महीने के एक बीमार बच्चे की मौत हो गई। बिल को लेकर लोगों का आक्रोश बढ़ता ही जा रहा है। गुवाहाटी के विभिन्न क्षेत्रों में बड़े पैमाने पर जुलूस निकाले गए और प्रदर्शनकारियों ने इस विधेयक के खिलाफ नारेबाजी की। प्रदर्शनकारियों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह और मुख्यमंत्री सर्वानंद सोनोवाल के पुतले भी जलाए। रेलवे के एक प्रवक्ता ने बताया कि पूरे असम में ट्रेन सेवा प्रभावित रही, क्योंकि रेलवे की पटरियों पर अवरोधक लगाए गए थे। बंद को देखते हुए सभी पहले से तय परीक्षाओं की समय-सारणी बदल दी गई है।

एक आधिकारिक सूचना में कहा गया है कि त्रिपुरा में शरारती तत्वों द्वारा अफवाहों को फैलाने से रोकने के लिए मंगलवार अपराह्र दो बजे से 48 घंटे के लिए इंटरनेट सेवाओं पर रोक लगा दी गई है।