मुंबई : समाचार ऑनलाईन – आधे से अधिक महाराष्ट्र में तेज़ गर्मी और भयंकर सूखे का सामना करने को लोग मजबूर है । इस गर्मी और सूखे ने पहले ही मुंबईकरों की चिंता बढ़ा रखी थी और अब मुंबई को वाटर सप्लाई करने वाले तालाब क्षेत्रों में संतोषजनक बारिश नहीं होने की वजह से मुंबईकरों के सामने पानी की एक बड़ी समस्या खड़ी हो गई है । पिछले वर्ष की तुलना में इस बार 3 मई तक इन तालाबों में 17% कम पानी बचा है । इसलिए मुंबईकरों से पानी को बचा कर इस्तेमाल करने, पानी की बर्बादी से बचने की अपील मुंबई महानगरपालिका ने की है ।
पिछले वर्ष तालाबों में 3 मई तक कुल 39% पानी बचा था । इस बार इसी तारीख को तालाबों में 22% पानी बचा है । इसके मद्देनज़र महानगरपालिका के पास जुलाई तक वाटर सप्लाई करने के लिए अलग से योजना बनाई है । यह जानकारी चीफ वाटर इंजीनियर अशोककुमार तवाड़िया ने शुक्रवार को स्थाई समिति की बैठक में दी । बारिश होने में देरी होने पर जून आखिर तक स्टॉक किये गए पानी का इस्तेमाल किया जायगा। यह साफ कर दिया गया है कि पानी की ज्यादा कटौती नहीं की जायगी।
मुंबईकरों को प्रयाप्त पानी उपलब्ध कराने के लिए मनपा ने राज्य सरकार से भातसा और अपर वैतरणी के स्टॉक वाटर के इस्तेमाल की परमिशन ली है । ऐसे में मुंबईकरों को जुलाई तक प्रयाप्त पानी मिलने में कोई दिक्कत नहीं होगी।
पानी के स्टॉक की स्थिति
3 मई 2018 : 427777 लाख करोड़ लीटर
3 मई 2019 : 243051 लाख करोड़ लीटर
पीने योग्य पानी
2018 2019
अपर वैतरणा 959
मोडक सागर 44271 64394
तानसा 29374 35793
विहार 3481 8816
भातसा 118832 136743
तुलशी 2878 3055
मध्य वैतरणा 43256 136743
गौरतलब है कि मुंबई को मोड़कसागर, तानसा, अपर वैतरणा, मध्य वैतरणा, तुलशी, विहार व भातसा जैसे साथ डैम से पानी दिया जाता है. इन डैम से हर दिन 38. 00 करोड़ लीटर लीटर पानी सप्लाई की जाती है ।
मुंबईकरो के लिए सातों डैम से 14,47,363 लाख लीटर पानी की आवश्यकता है ।